GOPALGANJ : बिहार के पंचायत चुनाव के कई किस्से सामने आए हैं, जो अपने आप में अनोखे हैं। ऐसा ही एक किस्सा गोपालगंज के कुचायकोट से सामने आया है। जहां 17 दिन पहले दुल्हन बनी एक युवती अपने ससुराल में मुखिया के चुनाव में उतरी और वहां के ग्रामीणों ने उस पर इतने वोट लुटाए कि वह पंचायत चुनाव जीतने में कामयाब हो गई. अब नई नवेली बहूरिया के मुखिया बनने के बाद परिवार में जश्न का माहौल है।
बताया गया कुचायकोट प्रखंड के बनकटा पंचायत निवासी दीनानाथ मांझी होमगार्ड के यूनियन के जिलाध्यक्ष हैं। बीते 24 अक्टूबर को उन्होंने अपने बेटे अरुण की शादी राम खरेया गांव की रहनेवाली नीरा कुमारी से तय की। शादी के अगले दिन ही उन्होंने पंचायत चुनाव के लिए नामांकन करवा दिया। 30 अक्टूबर को नीरा को चुनाव का सिंबल मिला और दो दिन बाद दोनों की धूमधाम से शादी करवाई गई।
17 दिन बाद बन गई मुखिया
शादी के 17 दिन बाद ही नीरा पंचाचत की मुखिया चुन ली गई। करीब 2356 मत पाकर चुनाव जीत कर मुखिया बनीं. नीरा कुमारी ने अपने प्रतिद्वंद्वी निवर्तमान मुखिया कलीदया देवी को 1768 मतों के अंतर से पराजित किया. कलिदया देवी को महज 588 मत ही प्राप्त हुए
चुनाव लड़ाने की भी है कहानी
दरअसल होमगार्ड जिलाध्यक्ष दीनानाथ मांझी चुनाव में अपनी पत्नी को खड़ा करना चाहते थे। लेकिन इसमें एक समस्या आ गई। दीनानाथ मांझी की पत्नी रामसवारी देवी का मायका यूपी में है, जिसके कारण चुनाव आयोग के नियमानुसार उन्हें आरक्षण का फायदा नहीं मिलता. इस कारण दीनानाथ मांझी ने आनन फानन में बेटे की शादी तय कर दी और उसके बाद फटाफट नामांकन करवा कर दोनों की शादी करवा दी>