PATNA : पटना भोजपुर औऱ सारण का बहुचर्चित अवैध बालू कारोबारी कुख्यात शंकर सिंह उर्फ फौजी का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है। भोजपुर जिले के बड़हरा थाना ईलाके के थरना गाँव का रहने वाला कुख्यात फौजी ने बालू कारोबारियों में खौफ पैदा करने के लिए मनेर कोईलवर ईलाके के दियारा में अपना आतंक राज स्थापित किया था। बताया जाता है कि वो दियारा में बालू कारोबारियों से रंगदारी वसूल करता था।रंगदारी नहीं देने पर कुख्यात अपने गुर्गों को भेज कर एके47 जैसे ऑटोमेटिक हथियार से गोलीबारी करवा देता था।
बता दें कि भोजपुर,मनेर और छपरा के दियारा इलाके के आतंक से चर्चित कुख्यात अपराधी शंकर सिंह फौजी की हत्या कर दी गई है।कुख्यात का शव छपरा के रिविलगंज थाना के दियारा इलाके में मिला है।
फौजी पर बालू को लेकर पटना भोजपुर सहित सारण में दर्जनों मामले दर्ज है। बताया जा रहा है कि सोन नदी के पीले सोने के लिए दियारा में कुख्यात सिपाही के साथ वर्चस्व की लड़ाई चलती थी।पूर्व में भी दोनों गिरोह के बीच गोलीबारी कई बार हो चुकी थी।लगभग आधा दर्जन से ऊपर दोनों गिरोह के सदस्यों की वर्चस्व की लड़ाई में जान भी जा चुकी है।
मनु महाराज से भी हुई थी मुठभेड़
बताया जाता है कि पटना के तत्कालीन एसएसपी मनु महाराज की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर 2014 में मनेर के दियारा इलाके के सूअर मरवा में छापेमारी करने गए थे तो फौजी गिरोह से जबरदस्त मुठभेड़ हुई थी। दोनो ओर से गोलीबारी की गई थी। मनु महाराज ने तब भारी मात्रा में अवैध हथियारों के साथ फौजी को गिरफ्तार किया था। वहीं उस समय चर्चा थी कि फौजी ने एके47 रायफल साथ लिए था उस हथियार को नदी में डाल दिया है। हालांकि इस बात की पुष्टि नही हो पाई की क्या वाकई में एके 47 गंगा नदी में डाला था या नही?