BETTIAH : बांग्लादेश में मची उथल-पुथल को लेकर बिहार के बगहा में चिंता का आलम है। दरअसल पश्चिमी चंपारण जिले के अलग-अलग गांवों में करीब 3 हजार बांग्लादेशी शरणार्थी परिवार बसा हुआ है। इन लोगों ने बांग्लादेश में हिंसा के दौर पर चिंता जताई है और भारत सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है।
तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान में 1956 और 1965 में हुई हिंसा के दौरान शरणार्थी शिविरों में शरण ली और फिर वहां से विस्थापित होने के बाद सभी को जिले के 39 गांवों में बसाया गया। चौतरवा में रह रहे बांग्लादेशी परिवारों ने हिंदुओं और मंदिरों पर हो रहे हमले पर चिंता जाहिर की है।
उनका कहना है कि वहां के कट्टरपंथी नहीं चाहते हैं कि अल्पसंख्यक हिंदू चैन और आराम की जिंदगी जिएं। उन्होंने पूरे मामले में भारत सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है ताकि बांग्लादेश में हालात सामान्य हों और उथल-पुथल का दौर जल्द खत्म हो।
बेतिया से आशीष की रिपोर्ट