NALANDA: घटना के नौ दिन बीतने और तीन अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद भी बैंक मैनेजर जयवर्धन हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को सफलता नहीं मिली है. कई ऐसे सवाल हैं जो अब तक लोगों के जेहन में हैं पर इसका कोई जवाब पुलिस के पास नहीं है. इस कांड का साजिशकर्ता और मास्टरमाइंड कौन है ? ये कांड किस कारण से किया या कराया गया ? हत्या सुपारी देकर किसी ने कराई है या अपहरणकर्ताओं ने स्वयं हत्या की ? सहित कई अन्य सवाल हवा में तैर रहे हैं.
तीन आरोपितों के गिरफ्तारी के बाद भी अपहरण और हत्या के कारणों का खुलासा नहीं होना आश्चर्य से कम नहीं लगता है. बता दें कि मध्य बिहार ग्रामीण बैंक के ब्रांच मैनेजर जयवर्धन का अपराधियों ने अपहरण कर लिया था और बाद में हत्या कर दी थी. दरअसल 27 सितंबर को ब्रांच शेखपुरा जिले के कसार ब्रांच मैनेजर जयवर्धन प्रतिदिन की तरह अपने गांव लौट रहे थे इसी बीच राजगीर थाना इलाके के बेलौर गांव के समीप उनका अपहरण कर लिया गया था और फिर हत्या के बाद शव को तिलैया डैम में फेंक दिया गया था.
बैंक मैनेजर हत्याकांड में शामिल तीन अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. गिरफ्तार आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए पुलिस के समक्ष यह बताया था कि उन्होंने ने ही जयवर्धन की गोली मार कर हत्या कर दी थी. गिरफ्तार आरोपियों के अनुसार इस हत्याकांड में कुल सात लोग शामिल हैं. शेष चार फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस कार्रवाई कर रही है. मृतक बैंक मैनेजर के पिता जयदेव प्रसाद के अनुसार उनका किसी से कोई विवाद या दुश्मनी नहीं है. वे किसी के ऊपर झूठे लांछन भी लगाना उचित नहीं मानते हैं.