Desk: बिहार में बाढ़ से चंपारण समेत 10 से अधिक जिले बुरी तरह से प्रभावित हैं।लाखों की आबादी बाढ़ से अभी घिरी हुई है।सरकार के तमाम प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं।बाढ़ प्रभावित इलाकों में हेलीकॉप्टर से राहत सामग्री भी गिराई गयी है।लेकिन हकीकत यही है कि इस बार के बाढ़ में सबसे अधिक प्रभावित चंपारण और गोपालगंज के लोग हुए हैं.
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव आज सुबह सुबह चंपारण के दौरे पर निकल गए हैं. वे चंपारण के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं और पीड़ितों का हाल भी पूछ रहे हैं. तेजस्वी यादव बारिश में छाता लेकर बाढ़ पीड़ितों के बीच फूड पैकेट भी बाट रहे हैं.
कोरोना, बाढ़, बारिश और व्रजपात।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 31, 2020
अभी चंपारण के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में हूँ। लोग त्राहिमाम कर रहे है। बिहार के 14 जिलों के 109 प्रखंड, 972 पंचायत और लगभग 40 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित है लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री 135 दिन से अब तक लोगों का हाल जानने बँगले से नहीं निकले है। pic.twitter.com/NcN9362apg
आपको बता दें चंपारण जाने के दौरा तेजस्वी यादव ने सरकार पर कई गंभीर आरोप भी लगाए है. वहीं तेजप्रताप यादव ने ट्वीट कर कहा कि बिहार का एक ऐसा मुख्यमंत्री जो जनता के दुःख-दर्द में साइकिल से भी निकल जाया करते थे,अब वाले तो उड़न-तश्तरी से भी नहीं निकल रहे.
बिहार का एक ऐसा भी मुख्यमंत्री था जो जनता के दुःख-दर्द को समझने के लिए "साईकल" से भी निकल जाया करता था।
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) July 31, 2020
अब वाले को तो "उड़न-तश्तरी" से भी नहीं निकला जा रहा..!! pic.twitter.com/pA85te2yQr