Desk:- कोरोना संक्रमण के बीच नेपाल के आंतरिक राजनीति में भूचाल नजर आ रहा है. नेपाल के प्रधानंमत्री केपी शर्मा ओली के प्रधानंमत्री पद को लेकर अपने ही पार्टी में मतभेद देखने को मिल रहा है. चूंकि आज होने वाली नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी की बैठक रद्द हो गई है इसलिए केपी शर्मा ओली के इस्तीफे पर अभी भी सस्पेंस बरकरार है. लेकिन अगली बैठक 6 जुलाई को होगी.
बता दें कि पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष पुष्प कमल दहल 'प्रचंड', माधव कुमार नेपाल समेत पार्टी के सभी नेता शामिल होने वाले थे. जानकारी के मुताबिक, प्रचंड अपने बहुमत नेताओं के साथ पार्टी से अलग होना चाहते हैं. इसको लेकर कल प्रचंड ने राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी से मुलाकात भी की थी. ओली अब नेपाल में सियासी दांव पेंच से अपनी कुर्सी बचाने में जुटे हैं.
नेपाल में चीन की राजदूत होउ यानिका ने शुक्रवार को राष्ट्रपति से मुलाकात की थी. जानकारों की माने तो चीन नेपाल में जारी सियासी संकट में दखल दे रहा है. चीन और पाकिस्तान ने ही नेपाल को भारत के खिलाफ उकसाया है. बताया जा रहा है कि नेपाल को उकसाने में चीन की राजदूत होउ यानिकी की बड़ी भूमिका है.