पटना. रामनवमी, चैत्र नवरात्र और चैती छठ के दौरान शांति एवं कानून और व्यवस्था बनाये रखने के लिए पटना पुलिस ने बड़ी योजना बनाई है. इन पर्वों के दौरान डीजे बजाने और बिना अनुमति जुलूस निकालने वालों के खिलाफ पुलिस सख्त कर्रवाई करेगी. इसे लेकर पटना पुलिस ने फरमान जारी कर दिया है.
जिला प्रशासन की ओर से पटना जिलाधिकारी डॉ चंदशेखर सिंह एवं वरीय पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिंह ढिल्लो, यातायात पुलिस अधीक्षक द्वारा चैती नवरात्र ,चैती छठ व रामनवमी पर्व के शांतिपूर्ण ढंग से आयोजन तथा विधि व्यवस्था संधारण को लेकर सभी सिटी एसपी , एस डी ओ , एस डी पी ओ ,थानाध्यक्ष सीओ ,बी डी ओ व जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं.
बैठक में 2 अप्रैल कलश स्थापन से चैती नवरात्र की शुरुआत होगी ,5 अप्रैल को नहाय खाए से चैती छठ पर्व के आयोजन के साथ साथ 10 अप्रैल को रामनवमी की धूम भी राजधानी सहित अन्य शहरो की सड़को पर देखि जाएगी. दरअसल अप्रैल माह में एक साथ तीन महापर्व के आयोजन को लेकर जिला प्रशासन द्वारा तैयारियों पर बैठक कर गंगा घाटों ,सड़को पर भीड़ नियत्रण ,यातायात व्यवस्थाए,मंदिरो में सुरक्षा के इंतजाम जैसे कई बड़ी चुनौती सामने आएगी जिसके मद्देनजर जिला प्रशासन द्वारा बैठक में हर पहलू पर गौर कर कई दिशा निर्देध आयोजन संबंधित अधिकारियों को दी गई है.
रामनवमी पर्व के अवसर पर पटना जंक्शन स्थित हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना हेतु भीड़ भाड़ को नियंत्रण करने तथा विधि व्यवस्था बनाए रखने हेतु मन्दिर प्रांगण से वीर कुंवर सिंह पार्क तक तीन पंक्ति बनाने का विचार किया गया है. वही बढ़ी गर्मी और धूप को देखते हुए यात्रियों को पंक्ति में सेड की व्यवस्था करने के आदेश दिए गए हैं .
हालांकि रामनवमी के मौके पर 2 साल के बाद लोगो मे उत्साह देखा जाएगा. इस वजह से भीड़ इस वर्ष ज्यादा होने की संभावना जताई जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष कोरोना महामारी के बाद राजधानी में कुल 39 रामनवमी जुलुश व झांकियों का आवेदन पर्याप्त हुआ है. जिसका भव्य स्वागत डांकबंगला पर किया जाएगा. गौरतलब हो कि रामनवमी के जुलूस व झा कियो को स्कॉड कर कतार में लाने की व्यवस्था , डीजे बजाने पर प्रतिबंध , अफवाह फैलाने, शांति भंग करने, सामाजिक विद्वेष पैदा करने, उपद्रवी तत्वों पर जिला प्रशासन की पैनी निगाह रहेगी.
पटना से अनिल कुमार की रिपोर्ट