DESK : देश की राजनीति में इन दिनों में जातिगत गणना का मुद्दा गरमाया हुआ है। हर कोई बिहार में हुए जातीय गणना को लेकर बयान दे रहा है। दो दिन पहले ही राहुल गांधी ने यह बयान दिया था कि अगर उनकी सरकार बनी तो देश में सबसे पहले जातीय गणना कराया जाएगा। इसी तरह कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी अब जातीय गणना की बात कर रहे हैं। इन सबके बीच कांग्रेस के नेता आचार्य प्रमोद ने जाति की राजनीति करनेवाले नेताओं को लेकर विवादित बयान दे दिया है।
आचार्य प्रमोद ने बताया कि जो लोग जाति के नाम पर भारत को विभाजित करते हैं, देश की जनता न तो उनके जन्मदिन न पुण्यतिथि पर समाधि पर कोई फूल चढ़ाएगी। इस दौरान आचार्य प्रमोद ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह का भी उदाहरण दिया।
अपने ट्विट में कांग्रेस नेता ने लिखा कि जातियों के नाम पर “भारत” को विभाजित करने वाले सभी नेताओं को ये नहीं भूलना चाहिये कि विश्वनाथ प्रताप सिंह का हश्र क्या हुआ था, जन्म तिथि हो या “पुण्य तिथि” लेकिन उनकी “समाधि” पर कोई एक “फूल” चढ़ाने भी नहीं जाता।
बता दें कि आचार्य प्रमोद बिहार में हुए जातीय गणना की रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद देश में लागू करने की मांग को खारिज करते रहे हैं। उन्होंने इसे देश के लिए खतरनाक बताया है।