DEHRADUN : एक तरफ धनतेरस के मौके पर ज्वेलर्स कंपनियों ने बड़ी बिक्री की तैयारी कर रखी है। वहीं दूसरी तरफ लुटेरों ने लूट की एक बड़ी घटना को अंजाम दे दिया है। वह भी रिलायंस ज्वेल्स जैसे बड़े शोरूम में, जहां धनतेरस से पहले लुटेरों ने एक साथ बीस करोड़ रुपए की ज्वेलरी लूट ली और फरार हो गए। शोरुम में हुई लूट की इस बड़ी वारदात को अंजाम देने में लुटरों को सिर्फ 32 मिनट का समय लगा है।
बताया गया कि कि शहर के राजपुर रोड पर स्थित शोरूम सुबह सवा दस बजे खुला था। शोरूम के 11 कर्मचारी ग्राहकों के पहुंचने से पहले गहने व्यवस्थित कर रहे थे. डिस्प्ले बोर्ड में हीरे और सोने के बीस करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के गहने थे. सुबह 10 बजकर 24 मिनट पर नकाब पहने चार बदमाश शोरूम के अंदर घुस गए।
उन्होंने सबसे पहले सिक्योरिटी गार्ड हयात सिंह को अंदर खींचा. इसके बाद शोरूम में पूरे स्टाफ को हथियार के बल पर बंधक बना लिया और सबके मोबाइल फोन को कब्जे में ले लिया। कुछ कर्मचारियों ने विरोध किया तो बदमाशों ने उनकी पिटाई कर दी।
कर्मचारियों को बनाया बंधक
इसके बाद बदमाशों ने कर्मचारियों के हाथ प्लास्टिक बैंड से बांध दिए और सभी को शोरूम के पैंट्री रूम (किचन) में बंद कर दिया. कुछ महिला कर्मियों को डरा-धमकाकर डिस्प्ले बोर्ड में सजे गहनों को निकलवाकर बैग में भरवाया गया. इसके बाद तीन महिला कर्मचारियों को बदमाशों ने किचन में बंद कर दिया. 10 जबकर 56 मिनट पर लुटेरे बैक में गहने भरकर मौके से फरार हो गए। बता दें कि यह शोरूम राजपुर रोड पर ग्लोब चौक के नजदीक है। जिस कॉम्प्लेक्स में शोरूम है, वह चारमंजिला भवन है और बेसमेंट में पार्किंग है. यहां बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही होती है।
किसी को नहीं लगी भनक
आधे घंटे तक बदमाश शोरूम को लूटते रहे और किसी को भनक तक नहीं लगी. पुलिस जब मौके पर पहुंची, तब जाकर आसपास के लोगों को पता चला कि लूट की वारदात हुई है. हालांकि लुटेरे भागने के दौरान आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गए। वो बाइक पर सवार होकर लूट को अंजाम देने पहुंचे थे।
मुख्यमंत्री ने दिए अपराधियों को पकड़ने के निर्देश
वहीं राजधानी में लूट की इतनी बड़ी वारदात होने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों से गहरी नाराजगी जाहिर की है. सीएम ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक एपी अंशुमन समेत सीनियर अधिकारियों को तलब किया और बैठक के बाद उन्हें जल्द से जल्द इस मामले को सुलझाने का आदेश दिया।