NALANDA : भारत में बेटियाँ अब आसमान छू रही है. हर क्षेत्र में वे पुरुषों के साथ कन्धा से कन्धा मिलाकर काम कर रही है. कई बेटियों ने देश और राज्य का नाम रौशन किया है. बात बिहार की करें तो यहाँ राज्य सरकार की ओर से बेटियों को प्रोत्साहित करने के लिए कई तरह की योजनायें चलायी जा रही है.
उनके पढ़ने –लिखने से लेकर विवाह तक के लिए योजना चलायी जा रही है. दहेज़ उन्नमूलन के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से अभियान चलाया जा रहा है. इसके बावजूद आज भी लोगों के मानसिकता में बदलाव नहीं आया है.
कई लोग बेटियों को अभिशाप मानते है. घटना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गृह जिले नालन्दा के राजगीर निचली बाजार की है. जहाँ हैवानियत की सारी हदें पार कर ससुरालवालों ने एक विवाहिता को बेटी जन्म देने के बाद प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. उसे खाना, पानी देने की बात तो दूर बरसात के मौसम में भी उसे मारपीट कर घर से बेघर कर दिया गया.
इसके बाद मजबूर होकर विवाहिता गुड़िया देवी और उसकी नन्ही सी बेटी साक्षी को सडकों पर भीख मांगकर गुजारा करना पड़ता है. सड़क के किनारे अपने पति निरंजन गुप्ता के मोबाईल फोन की दुकान के आगे ही सोने के साथ वह नन्ही बेटी को पढ़ा लिखा एक होनहार इंसान बनाने में लगी हुई है. मीडिया के माध्यम से वह सरकार से न्याय की गुहार लगा रही है. हालांकि इस मामले में कोई भी पुलिस अधिकारी व परिजन कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं.
नालंदा से राज की रिपोर्ट