PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अभी राजस्थान के राजनीतिक दौरे पर हैं। बांसवाड़ा की सभा के पहले उन्होंने उदयपुर के फतेह सागर झील में नौका विहार किया। मुख्यमंत्री के साथ जदयू के महासचिव संजय झा, सांसद हरिवंश भी थे। मुख्यमंत्री ने राजनीति व्यस्तता के बीच तफरीह के लिए भी कुछ पल निकाले। फतेहसागर झील राजस्थान का प्रमुख पर्यटक स्थल है।
फतेह सागर एक नाशपाती के आकार की कृत्रिम झील है जिसे महाराणा फतेह सिंह ने 1678 में विकसित किया गया था। यह उदयपुर की चार झीलों में से एक है। फतेह सागर झील को उदयपुर का गौरव माना जाता है। सुंदर नीले पानी, और हरे भरे परिवेश की वजह से इसको 'दूसरा कश्मीर' के रूप में भी जाना जाता है। इस झील के बीच में तीन छोटे द्वीप हैं। महारानी विक्टोरिया के पुत्र कनॉट ड्यूक ने झील की नींव रखी थी। यह पिछोला झील और रंग सागर झील से एक नहर के द्वारा जुड़ी हुई है। राम प्रताप पैलेस फतेह सागर के तट पर स्थित है जिसे देखने के लिए दूर दूर से लोग आते हैं।
नीतीश कुमार राजस्थान में जदयू के विस्तार के अभियान पर निकले हैं। राजस्थान में विधानसबा के चुनाव होने वाले हैं। पार्टी को राष्ट्रीय स्तर की मान्यता दिलाने के लिए नीतीश कुमार अधिक से अधिक राज्यों में विधानसभा का चुनाव लड़ने की रणनीति पर चल रहे हैं। एक सप्ताह पहले ही जदयू नेताओं की एक टीम मणिपुर गयी थी जहां पार्टी का नया कार्यालय खोला गया है। नीतीश कुमार उत्तर प्रदेश और गुजरात में चुनाव लड़ चुके हैं। किसी पार्टी को राष्ट्रीय स्तर की मान्यता पाने के लिए कम से कम चार राज्यों में राज्यस्तर की मान्यता मिलनी जरूरी होती है।