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कुछ अलग है इस थाने की कहानीः मारामारी और आधिपत्य के बीच इस थाने को नहीं मिला स्थायी थानाध्यक्ष, आते ही हो जाता है तबादला, वजहें भी है अजब-गजब

कुछ अलग है इस थाने की कहानीः मारामारी और आधिपत्य के बीच इस थाने को नहीं मिला स्थायी थानाध्यक्ष, आते ही हो जाता है तबादला, वजहें भी है अजब-गजब

GAYA: ऐसे तो हर थाने का अपना थानाध्यक्ष होता है, जो वहां की और इलाके की विधि-व्यवस्था की जिम्मेवारी लेता है। कई बार थानाध्यक्ष सालोंसाल तक एक ही थाने में अपनी सेवाएं देते रहते हैं, विभिन्न वजहों के कारण। कई थाने वैसे इलाकों में होते हैं, जो काफी दुर्गम और दुर्दांत इलाके में होते हैं, यहां रहना अपने आप में चुनौतीपूर्ण होता है। इस वजह से ऐसे थानों मसे पुलिसकर्मी जल्द तबादला करा लेते हैं। इनसब के बीच बिहार में एक थाना ऐसा भी है, जहां का थानाध्यक्ष बन जाना काफी चुनौतीपूर्ण काम है। वजह है यहां के थनाध्यक्षों से जुड़ा इतिहास। 

गया जिले के फतेहपुर थाना के थानाध्यक्ष का पद पिछले कई सालों से रहस्यमयी रहा है। वजह है, पिछले नौ सालों में आठ थाना प्रभारियों को अपने पद से हटना। वर्ष 2012 से शुरू हुआ सिलसिला अबतक थमने का नाम नहीं ले रहा है। वर्तमान थानाध्यक्ष संजय कुमार पिछले एक दशक में सबसे कम दिन इस पद पर रहे। मात्र चार माह दो दिन में शराब बरामदगी के मामले में लापरवाही बरतने के कारण उन्हें पद से हाथ धोना पड़ा। 13 सितंबर 2012 को तत्कालीन थानाध्यक्ष 1994 बैच के एसआई प्रवीण कुमार को थाना क्षेत्र के रसलपुर महुगाइन में दुष्कर्म की घटना में केस दर्ज करने में लापरवाही बरतने पर निलंबित किया गया था। वहीं अमरेन्द्र कुमार को रेंज में समय अवधि पूरा होने के कारण सात फरवरी 2014 को पटना रेंज में तबादला कर दिया गया था। वे थानाध्यक्ष के पद पर 17 महीने रहे। 2009 बैच के एसआई अखिलेश कुमार को 18 अगस्त 2015 को फतेहपुर में बढ़ते आपराधिक घटनाओं के कारण एसएसपी निशांत तिवारी ने लाइन हाजिर कर दिया था। वे 18 माह चार दिन थानाध्यक्ष रहे। लालमणि दुबे को क्षेत्र में एक सप्ताह के अंदर तीन लोगों की हत्या के उपरांत 31 अक्टूबर 2017 को तत्कालीन एसएसपी गरिमा मल्लिक ने लाइन हाजिर कर दिया था। वे दो साल दो माह 13 दिनों तक फतेहपुर थानाध्यक्ष रहे। उनके बाद थानाध्यक्ष के पद पर तैनात राकेश रंजन को मात्र दस महीने में अपना पद गंवाना पड़ा था। उनपर शराब के साथ पकड़ी गई बाइक को थाना से छोडऩे का आरोप लगा था। तत्कालीन एसएसपी राजीव मिश्रा ने वजीरगंज कैंप डीएसपी अभिजीत कुमार सिंह से जांच के बाद थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया था। 12 अगस्त 2018 को इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी मनोज कुमार ङ्क्षसह को फतेहपुर थानाध्यक्ष बनाया गया। 11 फरवरी 2019 को उनका तबादला टिकारी थानाध्यक्ष के पद पर हो गया। उन्हें सम्मानपूर्वक विदाई दी गई। 12 फरवरी 2019 को थानाध्यक्ष के पद पर अबुजर हुसैन अंसारी की नियुक्ति हुई। 22 महीने तक वे तैनात रहे। दो जून 2021 को एसएसपी आदित्य कुमार ने वर्तमान थानाध्यक्ष संजय कुमार को लाइन हाजिर कर दिया।

अगर पूरे आंकड़े पर गौर किया जाए तो इन्हें देखकर यही लगता है कि जल्द ही फतेहपुर थाना अभिश्पत थानों की श्रेणी में शुमार हो जाएगा। जिस तेजी से यहां थानाध्यक्षों का तबादला हो रहा है, उसे देखकर तो यही लगता है कि अगर जल्द ही हालात सामान्य नहीं हुए तो कोई पुलिसकर्मी यहां ड्यूटी नहीं लेना चाहेगा।

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