PATNA : बिहार में सियासी घमासान जारी है। जदयू में राष्ट्रीय अध्यक्ष की कमान सांसद ललन सिंह को मिलने के बाद पार्टी में असर नजर आने लगा है। तीन दिन पहले ललन सिंह ने अपने सभी पुराने भूले बिछड़े और रुठे हुए साथियों को फिर से जदयू के साथ जुड़ने की अपील की थी। अब इस अपील का असर भी दिखने लगा है, जब जदयू को छोड़कर लोजपा के साथ गए जगदीशपुर के पूर्व विधायक भगवान सिंह कुशवाहा ने एक बार फिर से जदयू का दामन थाम लिया। जदयू में वापस आने को कुशवाहा की घर वापसी कही जा रही है। बताया गया कि भगवान सिंह कुशवाहा और वशिष्ठ नारायण सिंह की कुछ दिन पहले मुलाकात हुई थी, जिसके बाद से ही उनके जदयू में शामिल होने की संभावना तेज हो गई थी। शुक्रवार को उन्होंने खुद इसकी घोषणा की थी।
इस दौरान भगवान सिंह एक बार फिर जदयू परिवार के सदस्य में शामिल हुए हैं। भगवान सिंह लंबे समय तक हम लोगो के साथी रहे हैं। घर मे कभी कभी नाराज हो कर चले जाते हैं। इस दौरान ललन सिंह ने भगवान सिंह कुशवाहा से कहा कि अब रूस का कहीं नहीं जायेगा। अब यहीं जदयू में रहिएगा। नाराज नही होइएगा।
सभी को को वापस लेकर आएंगे
हम एक एक जिला के एक एक साथियों को चिन्हित करेंगे। सभी को पटना बुला कर विमर्श करेंगे। सभी पुराने साथी सलाह की जाएगी। किसी की पसदं ना पसंद के कारण किसी को दरकिनार नहीं किया जाएगा। मैं अपने सारे अधिकारों को विकेन्द्रित करूंगा। जदयू 1 नंम्बर पार्टी तब बनेगी जब 2010 का मापदंड पर नही कर लेते। उन्होंने कहा कि हम सब खून पसीना लगा कर जदयू को नंम्बर 1 पार्टी बनाना है।
चुनाव में भाजपा का मांगा साथ
जदयू अध्यक्ष ने कहा कि मैं और उपेंद्र कुशवाहा मिल कर वर्षो तक काम कर चुके हैं। कार्यकर्ता उत्साहित होंगे तो हिमालय पर्वत भी गिरा देंगे। हम एनडीए में हैं। यदि यूपी समेत अन्य राज्यों में हमें भागीदार बनायेगे तो हम साथ मे लड़ेंगे यदि हमें भागीदारी नही मिली तो हम अपने दम पर अन्य राज्यो में चुनाव लड़ेंगे
वहीं कर्पूरी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में जदयू की सदस्यता ग्रहण करने के बाद भगवान सिंह कुशवाहा ने कहा कि वैचारिक मतभेद के कारण दल से अलग हुआ। मैं सीएम नीतीश कुमार और ललन सिंह के साथ रहा। मैंने कभी कोई गलत बात कहा होगा तो माफी चाहता हूं। जदयू में भगवान सिंह कुशवाहा की वापसी पर वन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि जिस प्रकार से नीतीश कुमार के सरकार में विकास का किया गया है, उसके प्रति लोगों का विश्वास बढ़ा है। वहीं भगवान सिंह कुशवाहा को लेकर उन्होंने कहा कि राजनीति में कभी कभी भावनाओं में बह जाते हैं लेकिन राजनीति संभावनाओ का खेल है। यहां कुछ भी लंबे समय और स्थायी नहीं होता है।
ललन सिंह से कोई नाराजगी नहीं
वहीं कार्यक्रम में मौजद उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जदयू को नंबर 1 पार्टी बनाना है। इस संकल्प के साथ मैं बिहार में घूम रहा हूं। पार्टी में कमी थी उसे बारी बारी से पूरा किया जा रहा है। इसी कड़ी में भगवान सिंह कुशवाहा आज जदयू में शामिल हो रहे हैं। मेरे बारे क्या-क्या कहा गया है। कहा गया कि मैं ललन सिंह के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने नाराज हूँ। मैं और ललन बाबू पुराने साथी हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष की दाल गलने वाली नहीं है। जदयू से नाराजगी मैने बहुत पहले बाहर फेंक दिया है। ललन सिंह के साथ मेरा काफी मजबूत संबंध है
टिकट नहीं मिलने से हुए थे नाराज
बता दें कि भगवान सिंह कुशवाहा भोजपुर के जगदीशपुर सीट से विधायक रह चुके हैं। लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं मिला, जिसके बाद उन्होंने जदयू को छोड़ चिराग पासवान के लोजपा का दामन थाम लिया था, लेकिन इसके बाद भी उनकी किस्मत नहीं बदली और उन्हें चुनाव में करारी शिकस्त झेलनी पड़ी और उन्हें खुद तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा। लेकिन जिस तरह से खुद चिराग पासवान राजनैतिक बिखराव का सामना कर रहे हैं, उसके बाद चुनाव के दौरान उनके साथ आए तमाम नेता अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर चिंतित नजर आने लगे हैं।