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जनसंख्या नियंत्रण पर भाई वीरेंद्र की दो टूकः फिलहाल ऐसा कानून नहीं बनना चाहिए, शराबबंदी की असलियत भी बताई और दिया चिराग को ‘ऑफर’

जनसंख्या नियंत्रण पर भाई वीरेंद्र की दो टूकः फिलहाल ऐसा कानून नहीं बनना चाहिए, शराबबंदी की असलियत भी बताई और दिया चिराग को ‘ऑफर’

PATNA: उत्तर प्रदेश में जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करने के फैसले के बाद से ही बिहार में इसपर सियासत तेज हो गई है। एक तरफ बिहार बीजेपी जहां इसकी पक्षधर है और बिहार में इस कानून के लागू होने की बात कह रही है। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले पर अपनी अलग राय रखते हुए बीते दिन कह दिया कि ‘इसके लिए पहले शिक्षित समाज का होना ज्यादा जरूरी है’। ‘कानून के आने से या लागू हो जाने से ज्यादा जरूरी है राज्य की आधी आबादी, यानी कि महिलाओं का शिक्षित होना’। एक ही कानून पर सरकार में शामिल दोनों पार्टियों के मतभेद होने पर सियासत गर्म हो गई है। अब इस मामले पर राजद के मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने भी अपनी राय रखी है।

RSS का एजेंडा है जनसंख्या नियंत्रण कानून

जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर राजद के मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने साफ तौर पर कह दिया कि यह RSS का एजेंडा है। एक संप्रदाय के लोगों के खिलाफ सभी कानून बनाना चाहते हैं। अगर कोई कानून देश में या फिर राज्य में बने, तो उसके लिए पहले सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए। वहां जो उसमें राय विचार हो, वैसा कार्य होना चाहिए। फिलहाल जनसंख्या पर कोई कानून नहीं बनना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा है कि पहले लोगों को शिक्षित होना चाहिए। यह सही बात है कि शिक्षा पर जोर देना चाहिए। 15 साल से वह सीएम है, और उन्होनें राज्य में शिक्षा का बंटाधार कर रखा है। शिक्षा का स्तर और भी ज्यादा गिर गया है। सीएम RSS के मॉडल पर चलना चाह रहे हैं। बयानबाजी कर जनता को ठग रहे हैं। जनसंख्या नियंत्रण पर पहले सर्वदलीय बैठक हो औऱ जो उसमें फलाफल निकले, वही होना चाहिए। वहीं बिहार मे यूपी मॉडल लागू करने को लेकर बीजेपी और जदयू के बीच मतभेद को लेकर भाई वीरेंद्र का कहना है कि दोनों तो एक ही हैं। दोनों का एक ही काम है, जनता को बेवकूफ बनाना। इस मामले में सीएम को साफ तौर पर जनता के सामने आकर स्पष्ट करना चाहिए कि वह इस कानून या ऐसे मॉडल को बिहार में लागू नहीं करेंगे।


शराबबंदी में करोड़ों कमा रहे बिहार के पुलिसवाले

वहीं दूसरी तरफ बिहार में शराबबंदी को लेकर राजद के मुख्य प्रवक्ता का कहना है कि सरकार के रसूखदार नेताओं की देखरेख में शराब की होम डिलीवरी हो रही है। अन्य राज्यों से आने वाली खेप को सरकार और पुलिस मिलकर मंगा रही हैं। यहां केवल नाम की शराबबंदी है। शहरों में जहां शराब की होम डिलीवरी होती है। वहीं गांव-देहात में आज भी लोग खुलेआम शराब बनाते, खरीदते और पीते नजर आ जाते हैं। हम खुद मनेर से एमएलए हैं। यहां दो थाना है, मनेर और बिहटा। दोनों थाने के थाना प्रभारी औऱ स्टाफ मालामाल हो गए हैं। बिहटा थानेदार का हाल ही में ट्रांसफर हुआ है, वह कम से कम 20 करोड़ रुपए कमाकर गया है। मनेर में तो पुलिस की देखरेख में शराब की बिक्री हो रही है। निश्चित रूप से बिहार में कानून का नहीं, सिर्फ पुलिस का राज है। मैं सुप्रीम कोर्ट की बात से सौ फीसदी सहमत हूं।

साथ आएंगे तेजस्वी और चिराग

चिराग और तेजस्वी की मुलाकत पर राजद के मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि दोनों नौजवान है। दोनों के एक होने का इंतजार लंबे वक्त से बिहार की जनता कर रही है। दोनों साथ आएं और कंधे कंधा मिलाकर इस कुशासन के खिलाफ लड़ाई लड़ें। आने वाले वक्त में तेजस्वी यादव बिहार के सीएम बनें। साथ ही वह आगे जाकर केंद्र की राजनीति करें। दोनों के लिए बिहार का जनता एक होने का इंतजार कर रही है। 

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