PATNA : बिहार सरकार ने जाति के वर्गीकरण के संबंध में शनिवार को एक बड़ी सिफारिश की। बिहार
सरकार ने मल्लाह, निषाद (बिंद,बेलदार,चॉयें,तीयर,खुलवट,सुरहिया.गोढ़ी,बनपर, केवट) द,बेलदार,चॉयें,तीयर,खुलवट,सुरहिया.गोढ़ी,बनपर,केवट) और नोनिया जाति को
अनुसूचित जनजाति में शामिल करने के लिए केन्द्र के जनजातीय कार्य मंत्रालय को
सिफारिश भेजी है। इस सिफारिश के साथ इथनोग्राफिक अध्ययन की रिपोर्ट भी भेजी गयी
है।
2015 में भी बिहार सराकर ने ऐसी रिपोर्ट केंद्र को भेजी थी। लेकिन केन्द्र ने
इसे यह कह कर लौटा दिया था कि इस सिफारिश के साथ संबंधित जाति की इथनोग्राफिक
अध्ययन की रिपोर्ट भी होनी चाहिए। तब बिहार सरकार ने पटना के अनुग्रह नारायण सिंह
अध्ययन संस्थान को ये रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेवारी दी थी। जब बिहार सरकार को
इन जातियों की इथनोग्राफिक अध्ययन की रिपोर्ट मिल गयी तो बिहार सरकार ने केन्द्र
के जनजातीय कार्य मंत्रालय को फिर ये अनुशंसा भेजी है। अगर ये सिफारिश मंजूर होती
है तो बिहार में एक करोड़ से अधिक आबादी को लाभ मिलेगा।