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BIG BREAKING: प्रशांत किशोर जाएंगे राज्यसभा, चुनावी रणनीतिकार से सन्यास लेने की कर दी है घोषणा..

BIG BREAKING: प्रशांत किशोर जाएंगे राज्यसभा, चुनावी रणनीतिकार से सन्यास लेने की कर दी है घोषणा..

PATNA : बंगाल में ममता बनर्जी को दो तिहाई सीटों पर जीत दिलानेवाले रणनीतिकार प्रशांत किशोर को टीएमसी जल्द ही बड़ा इनाम दे सकती है। ऐसी चर्चा है कि टीएमसी उन्हें राज्यसभा के लिए नामित कर सकती है। इनके साथ एक बड़े चेहरे को भी राज्यसभा भेजने की बात सामने आई है। प्रशांत किशोर के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को भी पार्टी राज्य सभा भेज सकती है। कभी भाजपा के शीर्ष नेताओं में शामिल रहे यशवंत सिन्हा लगातार बीजेपी के शासन की आलोचना करते रहे हैं।

बंगाल में खाली हो रही है दो सीटें

बताया गया कि बंगाल में अगले कुछ दिनों में राज्यसभा की दो सीटें खाली हो रही हैं। जिनमें एक सीट पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी की है. जिन्होंने राज्यसभा से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया था, वहीं दूसरी सीट राज्यसभा सदस्य मानस भुइयां की है। जिनके विधानसभा चुनाव जीतने के बाद यह सीट खाली हो गई है। पार्टी की कोशिश है कि  तृणमूल को राज्यसभा में अपनी सीटों पर किसी को भेजना होगा।

रणनीतिकार की भूमिका छोड़ने का कर चुके हैं फैसला

 माना जाता है कि प्रशांत किशोर की विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को शानदार जीत दिलाने में अहम भूमिका रही है। हालांकि  प्रशांत किशोर ने बंगाल विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद चुनाव प्रबंधन के कार्य से संन्यास लेने की घोषणा की है। पार्टी के एक सूत्र के अनुसार सक्रिय राजनीति में प्रशांत की रुचि हमेशा रही है। वे कुछ समय के लिए नीतीश कुमार के जदयू में शीर्ष पर थे। तृणमूल की युवा पीढ़ी के चेहरे अभिषेक बनर्जी के साथ उनका अच्छा तालमेल है। हालाकी प्रशांत किशोर की टीम ने तृणमूल कांग्रेस की ओर से पीके को राज्यसभा भेजने की खबर का खंडन किया है। 

पीएम के कट्टर विरोधी हैं सिन्हा

 पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को पीएम मोदी का कट्टर विरोधी माना जाता है। साथ ही उनका ममता का रिश्ता बहुत पुराना है। पिछले लोकसभा चुनावों से ममता-यशवंत के संबंध अच्छे रहे हैं। वह दो साल पहले ब्रिगेड में ममता की बैठक में भी मौजूद थे। वह इस बार विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल में शामिल हो गए और कोलकाता से तृणमूल प्रवक्ता के रूप में काम कर रहे है। माना जा रहा है कि ममता अपने इस अच्छे संबंध को बेहतर बनाने की कोशिश कर रही है।



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