पटना. बिहार के पूर्व डिप्टी CM सुशील कुमार मोदी ने नीतीश कुमार को कागजात के सहारे जबरदस्त घेरा है । बीजेपी प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सुशील मोदी ने महाधिवक्ता, राज्य निर्वाचन आयोग पत्र के हवाले से नीतीश कुमार को कटघरे में खड़ा किया है। पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि नीतीश कुमार की अहम की वजह से आज नगर निकाय चुनाव बाधित हुआ है। नीतीश कुमार ने अति पिछड़ों को अपमानित करने का काम किया है। ऐसे में वे तुरंत इस्तीफा करें। मोदी ने नीतीश सरकार से मांग किया कि अति पिछड़ों को आरक्षण दो और तत्काल चुनाव कराओ। चुनाव में अब तक के खर्च की भरपाई सरकार करे। नीतीश सरकार राजकोष से खर्च की भरपाई करे।
राज्यसभा सांसद मांग किया कि नीतीश कुमार को जहां भी जाना है, हाई कोर्ट, सुप्रीम कोर्ट या यूनाइटेड नेशन ही क्यों न जाना पड़े जाएं लेकिन तुरंत चुनाव कराएं। सुशील मोदी ने कहा कि 2007, 2012 और 2017 में जब नगर निकाय के चुनाव हुए थे उस समय सर्वोच्च न्यायालय का ट्रिपल टेस्ट संबंधित कोई निर्देश नहीं था। सुप्रीम कोर्ट का ट्रिपल टेस्ट संबंधी निर्देश पिछले 12 महीने में निर्गत हुआ है। बिहार के महाधिवक्ता ललित किशोर ने 4 फरवरी 2022 तथा 12 मार्च 2022 को सरकार को परामर्श दिया था कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार आयोग गठित करना आवश्यक है। राज्य निर्वाचन आयोग ने 22 मार्च 2022 और 11 मई 2022 को राज्य सरकार को पत्र लिखा था। जिसमें सर्वोच्च न्यायालय के तीन को बताया था जिसमें विशेष आयोग गठित कर ट्रिपल टेस्ट के आधार पर स्थानीय निकाय चुनाव कराने का निर्देश है । इसके बाद राज्य सरकार से परामर्श मांगा गया था।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश में इस आधार पर स्थानीय चुनाव पर न्यायालय ने रोक लगाया था। इसके बाद भी नीतीश कुमार के दबाव में AG को अपनी राय बदलनी पड़ी। लेकिन राज्य निर्वाचन आयोग अपने पत्र पर अडिग रहा। सुशील मोदी ने साफ तौर पर कहा कि नीतीश कुमार के प्रेशर की वजह से ही AG ने तीसरी दफे अपनी राय बदली।