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प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने पर हुआ बड़ा खुलासा, इन शर्तों पर कांग्रेस का दामन थामेंगे पीके

प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने पर हुआ बड़ा खुलासा, इन शर्तों पर कांग्रेस का दामन थामेंगे पीके

DESK. चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर दोनों के बीच बड़ी बातचीत चल रही है. अगर सबकुछ पीके और कांग्रेस की शर्तों के अनुरूप रहा तो बहुत जल्द कांग्रेस को संवारने और संभालने का जिम्मा प्रशांत किशोर के कंधों पर आ सकता है. 

पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तारिक अनवर ने गुरुवार को पीके और कांग्रेस के बीच चल रही डील को लेकर बड़ा खुलासा किया. उन्होंने कहा कि किशोर पार्टी में बिना शर्त शामिल होना चाहते हैं और उनके आने से कांग्रेस को मदद मिलेगी. उन्होंने यह भी कहा कि प्रशांत किशोर के विषय पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी कोई भी फैसला करने से पहले सभी वरिष्ठ नेताओं को विश्वास में लेना चाहती हैं. 

कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य अनवर ने कहा कि देश में भाजपा विरोधी किसी भी मोर्चे का नेतृत्व कांग्रेस ही कर सकती है, क्योंकि किसी अन्य विपक्षी दल की पहुंच अखिल भारतीय स्तर पर नहीं है. यह पूछे जाने पर कि क्या किशोर के शामिल होने से कांग्रेस को फायदा होगा तो उन्होंने कहा, ‘‘प्रशांत किशोर एक ब्रांड हैं. 2014 के बाद से उन्होंने जिस पार्टी के लिए काम किया, उसे कामयाबी मिली.

उत्तर प्रदेश में 2017 में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन कामयाब नहीं हो पाया था. उसके बहुत सारे कारण हो सकते हैं. उनके मुताबिक, ‘‘प्रशांत किशोर स्वयं कांग्रेस में आना चाहते हैं, कांग्रेस की मदद करना चाहते हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने के लिए कोई शर्त नहीं रखी.है। उनको लगता है कि कांग्रेस ही भाजपा का मुकाबला कर सकती है. उनके आने से कांग्रेस को मदद मिलेगी, बशर्ते कि कांग्रेस उन्हें शामिल करे। 

यह पूछे जाने पर कि क्या किशोर का रणनीतिकार की बजाय कांग्रेस में शामिल होकर काम करना बेहतर रहेगा तो अनवर ने कहा, ‘‘बिल्कुल. उनके समक्ष यही बात (पार्टी में शामिल होने की बात) रखी गई है. वह भी यही चाहते हैं.'' किशोर के विषय में पार्टी में मतभेद होने संबंधी खबरों पर उन्होंने कहा, कांग्रेस एक लोकतांत्रिक पार्टी है. कांग्रेस अध्यक्ष सर्वोच्च नेता हैं, लेकिन कोई फैसला करते समय सीडब्ल्यूसी को विश्वास में लिया जाता है, वरिष्ठ नेताओं से बात की जाती है। यही हो रहा है. सभी वरिष्ठ नेताओं से बात हो रही है.


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