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भाजपा में उभरा बड़ा अंसतोष, पीएम मोदी की मर्जी से पार्टी में सारे निर्णय होने पर सुब्रमण्यम स्वामी ने जताई आपत्ति

भाजपा में उभरा बड़ा अंसतोष, पीएम मोदी की मर्जी से पार्टी में सारे निर्णय होने पर सुब्रमण्यम स्वामी ने जताई आपत्ति

DESK. भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा है कि भाजपा में अब सारे निर्णय सिर्फ मोदी के मन से होता है. उन्होंने भाजपा के नव गठित संसदीय बोर्ड और चुनाव समिति मामले में पीएम मोदी को निशाने पर लिया. सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्विट कर कहा,  जनता पार्टी और उसके बाद भाजपा के शुरुआती दिनों में संगठन के पदों पर चुनाव के लिए संसदीय बोर्ड के चुनाव कराये जाते थे. ये पार्टी के संविधान की मांग है. लेकिन आज भाजपा में कोई चुनाव नहीं होता. हर पद के लिए मोदी के अप्रूवल से सदस्यों को नामांकित किया जाता है.

दरअसल, एक दिन पहले ही भाजपा ने अपने संसदीय बोर्ड और केंद्रीय चुनाव समिति की घोषणा की है. इसमें शामिल नेताओं के नाम पर सिर्फ पीएम मोदी की सहमती से नाम तय किए जाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि यह भाजपा के संविधान के अनुरूप नहीं है. संसदीय बोर्ड की सूची से मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को बाहर का रास्ता दिखाया है.किया है. समिति के सदस्यों के चुनाव पर भाजपा के पूर्व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने सवाल खड़े करते हुए ट्वीट कर कहा कि आज पार्टी में हर पद पर सदस्यों का चुनाव मोदी की मंजूरी से होते हैं.


भाजपा संसदीय बोर्ड में शामिल सदस्यों में जेपी नड्डा, नरेंद्र मोदी राजनाथ सिंह, अमित शाह, बीएस येदुरप्पा, सर्बानंद सोनोवाल, के लक्ष्मण, इकबाल सिंह लालपुरा, सुधा यादव, सत्यनारायण जटिया, बीएल संतोष के नाम शामिल हैं. वहीं केंद्रीय चुनाव समिति में जेपी नड्डा, नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह, अमित शाह, बीएस येदुरप्पा, भूपेंद्र यादव, देवेंद्र फडणवीस, ओम माथुर, वनथी श्रीनिवास, सर्बानंद सोनोवाल, के लक्ष्मण, इकबाल सिंह लालपुरा, सुधा यादव, सत्यनारायण जटिया, बीएल संतोष के नाम शामिल हैं.

इसी को लेकर सुब्रमण्यम स्वामी ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोला है. उन्होंने सीधे सीधे पीएम मोदी को कठघरे में खड़ा किया है. पार्टी के सभी निर्णय सिर्फ मोदी की मर्जी से होने पर उन्होंने आपत्ति जताई है. इसे व्यक्ति विशेष के निर्णय को प्रमुखता देने की दिशा में बताया है. इसके पहले भी सुब्रमण्यम स्वामी ने पीएम मोदी पर 14 अगस्त को निशाना साधा था. उनके रोजगार से जुड़े पुराने भाषणों को याद दिला उन्होंने देश में मोदी राज में रोजगार के अवसर में आई कमी पर चिंता जताई थी. 


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