बड़ी घटना टली, एनएसए अजित डोभाल के सुरक्षा घेरे को तोड़ने की कोशिश, मचा हड़कंप

दिल्ली. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल के सुरक्षा घेरे को तोड़ने की कोशिश की गई. डोभाल के दिल्ली स्थित आवास में बुधवार को एक अज्ञात व्यक्ति ने जबरन घुसने की कोशिश की। हालांकि समय रहते उस व्यक्ति को सुरक्षा बलों ने रोका और हिरासत में लिया. 

दिल्ली पुलिस के अनुसार प्राथमिक जांच के अनुसार डोभाल के आवास में जबरन प्रवेश की कोशिश करने वाला व्यक्ति  मानसिक रूप से विक्षिप्त लग रहा है. वह किराए की कार चला रहा था. उसी कार से वह आवास के करीब पहुंचा था और जबरन अंदर प्रवेश की कोशिश करने लगा. सुरक्षाबलों ने उसे हिरासत में ले लिया है और आगे की जांच जारी है. डोभाल के आवास में जबरन घुसने की कोशिश कर रहा यह शख्स बहकी-बहकी बातें कर रहा था. वह कह रहा था कि उसे अजीत डोभाल से मिलना है. उसकी समस्या वही सुलझा सकते हैं.

दिल्ली के बेहद अति सुरक्षा वाले इलाके लुटियंस जोन के 5 जनपथ बंगले में अजित डोभाल रहते हैं. डोभाल के बंगले के पास ही कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का बंगला है. डोभाल जिस बंगले में रहते हैं पहले उसी बंगले में पूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल रहते थे. 

उत्‍तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में जन्‍मे डोभाल आईपीएस अधिकारी रहे हैं. उन्हें ख़ुफ़िया क्षेत्र में काम करने का लम्बा अनुभव रहा. करीब एक दशक तक उन्होंने खुफिया ब्यूरो की ऑपरेशन शाखा का नेतृत्व किया. खासतौर पर पाकिस्‍तान में डोभाल ने अपने काम से अलग छाप छोड़ी है. 90 के दशक की शुरुआत में डोभाल को कश्‍मीर भेजा गया था.  डोभाल 33 साल तक नॉर्थ-ईस्ट, जम्मू-कश्मीर और पंजाब में खुफिया जासूस भी रहे. 

वर्ष 2014 में केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद डोभाल को उन्होंने रष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाया. उनकी कुशल रणनीति में भारत ने पिछले वर्षों के कई महत्वपूर्ण ओपरेशन को अंजाम दिया. इसमें पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक भी शामिल है.