NEWS4NATION DESK : बैंक के बाद अब केन्द्र सरकार देश की दो बड़ी सरकारी जनरल इंश्योरेंस कंपनियों के विलय करने की तैयारी में है। जिन जेनरल इंश्योरेंस कंपिनियों का विलय किये जाने की योजना है उनमें नेशनल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड और यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी शामिल है। मिल रही जानकारी के अनुसार इन दोनो कंपनियों का विलय ओरियंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड में हो सकता है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वित्त मंत्रालय ने इन तीनों कंपनियों के विलय को सैद्धांतिक मंजूरी मिल चुकी है। वित्त वर्ष 2020-21 के लिए आम बजट एक फरवरी 2020 को पेश होगा। बजट के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सार्वजनिक क्षेत्र की साधारण बीमा कंपनियों के लिए दूसरे दौर की पूंजी डालने की घोषणा कर सकती हैं।
कोलकाता में हुई बैठक
बताया जा रहा है कि कोलकाता में सोमवार को इन तीनों कंपनियों के विलय को मंजूरी देने के लिए नेशनल इंश्योरेंस कंपनी की बोर्ड की बैठक हुई थी। बैठक में इनके विलय को मंजूरी दी गई।
नेशनल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के बोर्ड द्वारा विलय को मंजूरी देने से पहले ही ओरियंटल और यूनाइटेड इंडिया का बोर्ड इसे मंजूरी दे चुका था। इसके लिए इन दोनों कंपनियों के बोर्ड की बैठक शुक्रवार को हुई थी। इस विलय में न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी भी शामिल हो सकती है।
बता दें कि ट्रेड यूनियंस का दावा है कि सरकार चार सरकारी जनरल बीमा इंश्योरेंस कंपनियों का विलय कर एक बड़ी कंपनी बनाना चाहती है। सरकार इन इंश्योरेंस कंपनियों को एक साथ कर इन्हें मजबूती प्रदान करना चाहती है।
2018-19 में तत्कालीन वित्त मंत्री जेटली ने की थी घोषणा
गौरतलब है कि वित्त वर्ष 2018-19 के आम बजट में तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने तीनों सरकारी जनरल बीमा कंपनियों के विलय के प्रस्ताव की घोषणा की थी, लेकिन इन कंपनियों का विलय कई कारणों के चलते जैसे खराब वित्तीय सेहत की वजह से नहीं हो पाया था।