PATNA : राजधानी पटना में बाढ़ग्रस्त इलाकों से पानी निकलने के बाद होने वाली बीमारियों के खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग हाई अलर्ट पर है। पटना में जलजमाव वाले क्षेत्रों में पानी की निकासी के बाद महामारी की संभावना को देखते हुए सभी सरकारी डॉक्टरों की छुट्टियां रद्द कर दी गयी है। राज्य के सरकारी अस्पतालों में प्राकृतिक आपदा से निबटने की तैयारी की जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग के सचिव सह राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने दावा किया है कि सरकारी अस्पताल में आने वाले किसी भी मरीज के इलाज में कोई कमी नहीं होने दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि विशेष रुप से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पीड़ितों के इलाज के लिए आवश्यक दवाओं को उपलब्ध कराया गया है और प्रखंड स्तर तक के अस्पतालों में दवाओं की उपलब्धता की प्रतिदिन मॉनेटरिंग की जा रही है।
कार्यपालक निदेशक ने बताया कि बरसात शुरू होने के पूर्व ही पर्याप्त मात्रा में ओआरएस, एंटी बायोटिक्स व अन्य आवश्यक दवाओं की खरीद की जा चुकी है। अस्पतालों को मांग के अनुसार उपलब्ध भी कराया जा रहा है। विभाग पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए है। पीएमसीएच में अतिरिक्त वार्डों को चिन्हित किया गया है। 24 घंटे डॉक्टरों की सेवा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। जिन इलाकों में अस्पताल तक मरीज नहीं पहुंच पा रहे हैं वहां वैकल्पिक व्यवस्था की गयी है। साथ ही सभी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है।
रोहित की रिपोर्ट