MUNGER : एके-47 मामले में बिहार पुलिस के हाथ कई अहम सबूत लगे हैं। पिछले एक महीने में मुंगेर के कुंए और जमीन के अंदर छिपा कर रखे 20 एके-47 की बरामदगी ने न केवल बिहार पुलिस, बल्कि कई राज्यों की पुलिस को बेचैन कर दिया है। इस कारण बिहार पुलिस इस मामले में कहीं से भी कोई कोताही बरतने के मूड में नहीं है। बिहार पुलिस अब बरामद एके-47 और इस मामले में गिरफ्तार तस्करों के आतंकी और नक्सली कनेक्शन ढूंढ़ने के लिए हाथ-पैर मार रही है। मुंगेर पुलिस एके 47 मामले में जाँच का दायरा बढ़ा रही है। जांच के साथ हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। पिछले दिनों बिहार के गया, शेखपुरा और मुंगेर में छापेमारी के दौरान पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया था। गिरफ्तार तीन लोगों में से एक शिक्षक, एक पेटी कांट्रेक्टर और दुकानदार है। उनसे पूछ-ताछ के दौरान कई नए मामले सामने आये हैं।
मुंगेर एसपी बाबू राम ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि एके 47 के मामले में जेल में बंद शमशेर के साला इरफ़ान को 4 अक्टूबर को मुंगेर कोर्ट में सरेंडर के बाद रिमांड में लिया गया था। पूछ ताछ के दौरान उसने बताया की शमशेर और इमरान से उसने 20 एके 47 लिए थे। इसमे 5 एके 47 रायफल उसने कासिम बजार थाना क्षेत्र के मकससपुर निवासी सुरेश मिस्त्री उर्फ़ लूल्हा को दे दिया। बाकी दो हथियार उसने दो अन्य लोग को बेच दिए। इरफ़ान एक हथियार तस्कर था और पिस्टल बेचने का काम करता था जिसके बाद शमशेर और इमरान ने उसे एके 47 बेचने में जोड़ दिया। एसपी ने कहा की गिरफ्तार सुरेश मिस्त्री ने इरफ़ान से पांच एके 47 खरीदे थे। जिसमे से तीन एके 47 उसने नवीन तांती को और दो एके 47 बिट्टू तांती को बेचा था। बता दें कि नवीन तांती मुंगेर जेल में बंद है।
इसके साथ ही शेखपुरा और गया से दो लोगों की गिरफ्तारी के मामले में एसपी बाबू राम ने बताया की एके 47 मामले में फरार चल रहे मंजी उर्फ़ मंजर के साला मो. मोनाजिर से पूछ-ताछ के बाद ये खुलासा हुआ की मंजी शेखपुरा में आकाश और गया जिला में शिक्षक राजीव रंजन को हथियार देने का काम करता था। इसके साथ ही मंजी ने गया और औरंगाबाद के आर्म्स माफिया को कई हथियार दिये हैं। एसपी ने कहा की शेखपुरा से गिरफ्तार आकाश श्री सांई इलेक्ट्रिक कंपनी में पेटी कॉन्ट्रेक्टर का काम करता है। उन्होंने कहा की आकाश मंजी से पिस्टल खरीदकर शेखपुरा के चेवाड़ा में बेचने का काम करता था। आकाश उत्तरपद्रेश के मऊ जिले का रहनेवाला है और उसपर आर्म्स एक्ट के कई मामले दर्ज हैं।
गया जिला से गिरफ्तार राजीव रंजन एक पंचायत शिक्षक है और खिरोडीह के प्रथामिक विधयालय में पदस्थापित है। राजीव से पूछ ताछ के दौरान उसने बताया की वो मंजी से हर महीने 15 पिस्टल खरीदता था और गया जिला में बेचने का काम करता था। मंजी से राजीव की मुलाकात गया के आर्म्स डीलर ने करवाई थी। गिरफ्तार सुरेश मिस्त्री उर्फ़ लुल्हा ने बताया की वो मकससपुर में गोदरेज का अलमारी बनाने का काम करता है। इरफ़ान गोदरेज खरीदने के लिए उसके दुकान में आता रहता था। धीरे -धीरे उन दोनों में दोस्ती बढ़ गयी जिसके बाद सुरेश मिस्त्री ने एके 47 बेचने का धंधा शुरु कर दिया। उसने इरफ़ान से पांच एके 47 लिए जिसमें से दो बिट्टू तांती को और तीन नवीन तांती को पांच -पांच लाख रूपये में बेचा।
मुंगेर से प्रशांत की रिपोर्ट