पटना : बिहार विधानसभा चुनाव के शुरूआत होते ही विपक्ष के नेता यह आरोप लगा रहे थे कि नल जल योजना में घोटाला हुआ है इस बात को और बल मिला है ऐसे में तेजस्वी यादव के द्वारा एक ट्वीट जारी किया गया है जिसमें उन्होंने नीतीश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके शासनकाल में तीस हजार करोड़ के सात बड़े घोटाले हुए हैं इनमें से 33 तो प्रधानमंत्री खुद गिना कर गए थे। जिसके बाद सृजन घोटाला, धान घोटाला, शौचालय घोटाला, छात्रवृति घोटाले सहित हज़ारों करोड़ के अन्य घोटाले हुए है।
बताते चलें कि इनकम टैक्स विभाग द्वारा भागलपुर पटना पूर्णिया में एक साथ छापेमारी की गई इस दौरान स्टोन चिप्स व्यापार से संबंधित लोगों के ठिकानों से 3 करोड़ की नकदी और 75 करोड़ की अघोषित आय का खुलासा हुआ।जिन प्रतिष्ठानों के खिलाफ आयकर की कार्रवाई हुई ।वे बिहार सरकार के नल जल योजना से जुड़े हैं। इस छापेमारी से तेजस्वी को माैका मिल गया है। उन्होंने कहा है कि इस घोटाले का स्वरूप कई गुना अधिक है।
चिराग पासवान को भी मिला नीतीश पर हमला करने का मुद्दा...
बिहार में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए लगातार चिराग पासवान नीतीश कुमार के सात निश्चय योजना में हुए घोटाले के बारे में कहते नजर आ रहे थे और उनका कहना था कि इस घोटाले की जांच करवाई जाएगी इसमें दोषी को जेल भेजा जाएगा ऐसे में आयकर विभाग की कार्रवाई और यह खुलासे के बाद उन्हें एक और मुद्दा मिल गया है जिसके तहत वह नीतीश सरकार पर हमलावर हो सकेंगे।
घोटाले की खुलासा और यह विधानसभा चुनाव...
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जहां मौजूदा सरकार रैली को संबोधित करते हुए अपने कार्यकाल की उपलब्धि बता रहे हैं तो दूसरी तरफ आयकर विभाग की छापेमारी ने उनके नल जल विभाग की पोल खोल कर रख दी है। इस मामले में अब तक इनकम टैक्स विभाग द्वारा कोई भी रिपोर्ट नहीं भेजा गया है लेकिन रिपोर्ट भेजने के बाद कार्रवाई की बात कही जा रही है। बीच चुनाव में आयकर विभाग की छापेमारी और नल जल योजना के ठेकेदार के यहां से अघोषित पैसे बरामद करना बिहार विधानसभा चुनाव पर असर जरूर डालेगा हालांकि देखना या होता है कि आगे क्या कार्रवाई होती है।