बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

पिता गए लोकसभा,अब पुत्रों के लिए विधानसभा का टिकट के इंतजाम में जुटे बिहार BJP के कई सांसद

पिता गए लोकसभा,अब पुत्रों के लिए विधानसभा का टिकट के इंतजाम में जुटे बिहार BJP के कई सांसद

PATNA: बिहार में कोरोना का संकट गहराया हुआ है। विपक्षी नेता विधान सभा चुनाव टालने की वकालत कर रहे हैं।वहीं दूसरी ओर सत्ताधारी बीजेपी-जेडीयू चुनावी तैयारी में व्यस्त है।बीजेपी-जेडीयू के नेता चुनावी मैदान में उतरने को को बेताब दिख रहे हैं।बिहार बीजेपी की बात करें तो कई नेता लोकसभा पहुंचे हैं तो बेटा को विधानसभा भेजने की ख्वाहिश पाल बैठे हैं। बीजेपी के कई सांसद इस फेरे में हैं कि येन-केन प्रकारेण इस बार उनका बेटा विधायक बन जाये।बीजेपी के सांसद इस आस में बैठे हैं कि वे अपने बेटे के लिए एक टिकट का इंतजाम तो करा दें।

बिहार में भले ही अभी चुनावी बिगूल नहीं बजा हो,कोरोना संकट की वजह से चुनाव के समय पर होने को लेकर संकट के बादल मंडरा रहे हों।बावजूद इसके बीजेपी के तीन सांसदों के बेटे चुनावी मैदान में ताल ठोकने को बेताब दिख रहे हैं। केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत चौबे,पाटलिपुत्र से सांसद रामकृपाल यादव के बेटे अभिमन्यु और छेदी पासवान अपने बेटे रविशंकर पासवान को विधायक बनाने के लिए खुब पसीना बहा रहे हैं।पूरी कोशिश हो रही है कि भाजपा उनके बेटे को टिकट दे दे।अगर बीजेपी नहीं देती है तो सहयोगी लोजपा भी विधानसभा चुनाव का टिकट दे दे।

बीजेपी सांसद छेदी पासवान के पुत्र टिकट की आस लगाये बैठे हैं

सासाराम के भाजपा सांसद छेदी पासवान चेनारी-मोहनिया विस क्षेत्र से विधायक रहे हैं. उनके पुत्र रविशंकर पासवान एक बार फिर से ताल ठोक रहे हैं।वे आस लगाये बैठे हैं कि उन्हें बीजेपी जरूर टिकट देगी। सांसद महोदय के पुत्र 2015 में भी चुनावी मैदान में उतरे थे।जब बीजेपी ने टिकट नहीं दिया तो समाजवादी पार्टी की साइकिल पर सवार हो गए थे। जब हार मिली इसके बाद फिर से बीजेपी में सक्रिय हो गए हैं। उन्हें पार्टी ने प्रदेश कार्यसमिति का सदस्य बनाया है। लेकिन उन्हें सीट कैसे मिलेगी इस पर संशय के बादल हैं क्यों कि उनके पसंद की दोनों सीटों पर अभी एनडीए का ही कब्जा है। 

अश्विनी चौबे के पुत्र अर्जित शाश्‍वत का टिकट फाइनल !

केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के पुत्र अर्जित शाश्वत 2015 में भी बीजेपी के टिकट पर भागलपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े थे। लेकिन कांग्रेस के अजित शर्मा से 11 हजार वोटों के अंतर से हार गए थे।हार के बाद भी उनकी क्षेत्र में सक्रियता कायम है.बताया जाता है कि इस बार भी उनका टिकट करीब-करीब फाइनल है। बता दें कि केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे पहले  भागलपुर विधानसभा से ही विधायक बनते थे. वे भागलपुर से पांच बार चुनाव जीत चुके हैं।

रामकृपाल यादव भी अपने बेटे को सेट करने में जुटे 

पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री और पाटलिपुत्र से बीजेपी सांसद रामकृपाल यादव पुत्र अभिमन्यु को सेट करने में जुटे हैं।कोशिश है कि अभिमन्यु को बीजेपी से टिकट दिलाई जाये।अगर बीजेपी टिकट नहीं देती है तो फिर लोजपा में सेट करा कर टिकट दिलवा दी जाये।इसके लिए पूरी प्लानिंग की जा रही है।नजर कई सीटों पर है, औरंगाबाद के ओबरा विधानसभा सीट के अलावे पटना जिले की भी एक सीट है जिस पर रामकृपाल यादव के बेटे की नजर है। ओबरा सीट पर अभी राजद के विधायक हैं। वहीं पटना जिले के जिस विस क्षेत्र  पर नजर है वहां से भी राष्‍ट्रीय जनता दल के विधायक हैं.ऐसे में रामकृपाल यादव के बेटे के टिकट की राह आसान हो सकती है।

अब देखना दिलचस्प होगा कि बिहार बीजेपी के तीन सांसद जिनके बेटे चुनावी मैदान में उतरने को बेताब हैं पार्टी उन्हें टिकट देती है अथवा नहीं।अगर टिकट मिलता भी है तो विधानसभा पहुंचने की आस पूरी हो पाती है अथवा नहीं।

Suggested News