बिहार विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव की पुस्तक 'विकास के प्रतिमान' का डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने किया लोकार्पण, कहा मंत्री रहते रखी विकास की आधारशिला

PATNA : बिहार विधान सभा के अध्यक्ष नंदकिशोर यादव की द्वितीय पुस्तक ‘विकास के प्रतिमान’ का लोकार्पण उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी द्वारा विधान सभा के विस्तारित भवन स्थित ऑडिटोरियम में किया गया। इस पुस्तक के संपादक राकेश प्रवीर हैं एवं इसे प्रभात प्रकाशन ने प्रकाशित किया है। मंच का संचालन डॉ ध्रुब कुमार ने किया।
इस अवसर पर अपने संबोधन में अध्यक्ष ने कहा कि यह पुस्तक मेरी राजनैतिक यात्रा की एक झलक है, जिसमें मंत्री रहने के दौरान मेरे द्वारा बिहार विधान सभा के अंदर दिए गए व्यक्तत्वों का संकलन प्रस्तुत किया गया है। इस पुस्तक का नाम ‘विकास के प्रतिमान’ अनायास ही पड़ा है। मेरे क्षेत्र में रिपोर्टिंग करते समय न्यूज़ 18 के एडिटर पत्रकार ब्रज मोहन सिंह जी, जो आज यहां उपस्थित हैं, ने जेपी गंगा पथ को दिखाते हुए इसके लिए ‘विकास के प्रतिमान’ शब्द का इस्तेमाल किया था। मुझे वहीं से इसका शीर्षक मिला। उन्होंने कहा की असल में बिहार के विकास का प्रतिमान कहलाने के अधिकारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उप मुख्यमंत्री स्वर्गीय सुशील कुमार मोदी हैं, वर्ष 2005 में एनडीए सरकार गठन के बाद जिनके नेतृत्व में बिहार विकास की नई ऊंचाइयों तक पहुंचा है। बिहार के विकास की इस यात्रा में मुझे भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री स्वर्गीय सुशील मोदी जी के नेतृत्व में पथ निर्माण, स्वास्थ्य एवं पर्यटन विभाग के मंत्री के रूप में कार्य करने का अवसर मिला है। 2005 में एनडीए की सरकार के गठन के बाद बहुत सी चुनौतियां सामने थीं। एनडीए की सरकार गठन के ठीक बाद पथ निर्माण मंत्री के रूप में मेरी प्राथमिकता बिहार में सड़कों की स्थिति में सुधार लाना था। हमने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सक्षम नेतृत्व में इस काम को बखूबी अंजाम दिया। वह दौर सड़कों के निर्माण का दौर था जिसमें बिहार के किसी भी कोने से 6 घंटे की अवधि में राजधानी पटना पहुंचने का लक्ष्य रखा गया। बाद में इस समय अवधि को घटाकर 5 घंटे कर दिया गया। इस दौरान सड़कों के निर्माण के साथ पुल–पुलियों का निर्माण कार्य काफी तेजी से हुआ , जिससे बिहार विकास के मार्ग पर अग्रसर हुआ। भारत सरकार में मंत्री नितिन गडकरी ने इस कार्य में हमें अपेक्षित मार्गदर्शन एवं सहयोग दिया। स्वास्थ्य मंत्री के रूप में मैंने फार्मेसी में डिग्री की पढ़ाई आरंभ करवाया एवं बिहार के प्रथम दो नर्सिंग कॉलेज आईजीआईएमएस एवं कुर्जी में स्थापित करवाया। इस प्रकार पार्टी के एक सामान्य कार्यकर्ता से बिहार राज्य के मंत्री बनने के सफर के दौरान राज्य का विकास मेरी प्राथमिकता रही है। मेरी पहली पुस्तक ‘बुलंद आवाज़’ भी प्रभात प्रकाशन ने प्रकाशित किया था।
वहीँ उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि अध्यक्ष नंद किशोर ने अपने सुदीर्घ राजनीतिक जीवन में कई अहम पदों पर रहते हुए सराहनीय कार्य किया है। पथ निर्माण मंत्री रहते हुए इन्होंने जिस विकास की आधारशिला रखी थी, आज उसे आगे बढ़ाने का कार्य और तेजी से हो रहा है। इस वर्ष केंद्र सरकार ने अपने बजट में बिहार के लिए चार फोर लेन सड़कों को मंजूरी दी है,जिससे प्रदेश में विकास कार्य में और तेजी आयेगी। जल संसाधन और संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि अध्यक्ष के व्यक्तित्व की सरलता, सहजता और दृढ़ता अनुकरणीय है।
इस अवसर पर मंचासीन अन्य महानुभावों ने भी अध्यक्ष के साथ अपनी स्मृतियों को साझा करते हुए उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के अंत में विधान सभा के उपाध्यक्ष नरेंद्र नारायण यादव ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, सभापति, बिहार विधान परिषद् अवधेश नारायण सिंह, जल संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष भाजपा सह राजस्व एवम् भूमि सुधार मंत्री दिलीप जायसवाल, स्वास्थ्य एवं कृषि मंत्री मंगल पांडे एवम् नगर विकास एवम् आवास मंत्री नितिन नवीन , शिक्षा मंत्री सुनील कुमार, उपाध्यक्ष नरेंद्र नारायण यादव, पूर्व सांसद रामकृपाल यादव, पटना की मेयर सीता साहू, पुस्तक के संपादक राकेश प्रवीर एवम् प्रभात प्रकाशन के निदेशक डॉक्टर पीयूष कुमार मंचासीन रहे। साथ ही सदस्य रामप्रीत पासवान, राणा रणधीर, विधान पार्षद राजेंद्र गुप्ता, प्रमोद चंद्रवंशी , पटना की उप मेयर रेशमी चंद्रवंशी, बिहार विधान सभा की प्रभारी सचिव ख्याति सिंह एवम् काफी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
वंदना की रिपोर्ट