पटना. अग्निपथ के खिलाफ बिहार के युवाओं में उभरा आक्रोश शनिवार को भी जारी है. बिहार बंद के बीच शनिवार को एक बार फिर से रेलवे को निशाना बनाया गया है. पटना के मसौढ़ी में तारेगना स्टेशन परिसर को उपद्रवियों ने आग के हवाले कर दिया. स्टेशन परिसर में आग लगाने के साथ ही पार्किंग में लगी कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया. करीब एक दर्जन वाहनों में आग लगा दी गई. हिंसक प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है.
उपद्रवियों को रोकने और हिंसा-उपद्रव को काबू करने के लिए पटना डीएम और एसएसपी ने खुद मोर्चा संभाला है. जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर और एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो मसौढ़ी पहुंचे और उन्होंने भीड़ को खदेड़ा. हालांकि एक घंटे से ज्यादा समय तक भीड़ ने तारेगना स्टेशन पर जमकर उत्पात मचाया. सूत्रों के अनुसार उपद्रवियों और पुलिस के बीच फायरिंग भी हुई है. हालांकि पुलिस की ओर से फायरिंग की पुष्टि नहीं की गई है.
अग्निपथ योजना के खिलाफ पुरे बिहार में पिछले तीन दिनों से युवाओं, बेरोजगारों का हिंसक विरोध प्रदर्शन जारी है. शुक्रवार को राज्य के कई शहरों में एक दर्जन से ज्यादा ट्रेनों में आग लगाई गई. वहीं शनिवार को पूर्व मध्य रेलवे के दानापुर, सोनपुर, समस्तीपुर, धनबाद और दीन दयाल उपाध्याय रेल मंडलों में रेल परिचालन पूरी तरह अस्त व्यस्त है. न तो उपनगरीय पैसेंजर और एक्सप्रेस और ना ही लंबी दूरी की ट्रेनों का समय पर परिचालन हुआ है. इस बीच, शनिवार को भारी सुरक्षा के दावों के बाद भी उपद्रवियों ने एक बार फिर से रेलवे को निशाना बनाया और तारेगना स्टेशन को फूंक दिया.