PATNA: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी सर्वे करायेगी।पार्टी की तरफ से कई स्तर पर सर्वे का काम होगा।फिर उन सर्वे रिपोर्ट की समीक्षा की जाएगी।उसके बाद पार्टी आगे कदम बढ़ाएगी।जानकारों का कहना है कि मार्च 2020 के बाद बिहार में थर्ड पार्टी सर्वे का काम शुरू हो जाएगा।सर्वे में विधायकों के काम की भी समीक्षा होगी.
अप्रैल से सर्वे का काम शुरू होगा और जून तक यह काम पूरा होगा।इस दौरान 4-5 अलग-अलग सर्वे कराए जायेंगे।हर हाल में जून में सर्वे का काम पूरा कर लेना है.जानकारों का कहना है कि सर्वे में विधानसभा स्तर पर पार्टी की क्या स्थिति है,विधायकों का परफॉरमेंस कैसा है...हारे हुए प्रत्याशी के बारे में वोटरों का क्या कहना है...संभावित प्रत्य़ाशी, संगठन में गुटबाजी, नीतीश सरकार के कामकाज, बीजेपी-जेडीयू गठबंधन, बीजेपी के बारे में लोग क्या सोंचते हैं...क्या पार्टी बिहार में अपने दम पर चुनाव लड़ने की स्थिति में है... किस विस क्षेत्र में पार्टी की मजबूत स्थिति है समेत कई बिंदूओं पर रिपोर्ट कलेक्ट करवाया जाएगा।सर्वे में लगी कंपनी निचले लेवल की स्थिति से बीजेपी मुख्यालय को अवगत कराएगी।
जून में सर्वे पर होगा मंथन
इसके बाद पार्टी की तरफ अलग-अलग कराए गए 4-5 सर्वे रिपोर्ट पर समीक्षा बैठक होगी।पार्टी और संगठन के वरिष्ठ नेता उन सर्वे रिपोर्ट पर मंथन करेंगे और आगे क्या करना है उस पर विचार करेंगे।
2015 चुनाव में मांझी-कुशवाहा-पासवान के साथ था गठबंधन
बता दें कि बिहार में बीजेपी का जेडीयू और एलजेपी से गठबंधन है।बीजेपी ने स्पष्ट कर दिया है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बीजेपी बिहार में चुनाव लड़ेगे. 2015 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी जेडीयू से अलग होकर चुनाव लड़ी थी।तब बीजेपी का लोजपा,हम और आरएलएसपी के साथ गठबंधन था।243 सदस्यों वाली विधानसभा में बीजेपी 160 सीटों पर चुनाव लड़ी थी।जबकि रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा 40 ,मांझी की पार्टी हम-20 और आरएलएसपी को 23 सीटें मिली थी।
इस बार एनडीए गठबंधन में सिर्फ तीन दल हैं।जेडीयू कह चुकी है कि विधानसभा चुनाव 2020 में भी लोकसभा चुनाव वाला फार्मूला चलेगा।लोकसभा चुनाव में बीजेपी-जेडीयू बराबर-बराबर सीट यानि 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ी थी जबकि लोजपा को 6 सीटें मिली थी।
2015 में अगर हम जेडीयू की बात करें तो नीतीश कुमार की पार्टी राजद-कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ी थी।जिसमें राजद और जेडीयू 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ी थी।वहीं कांग्रेस के खाते में 41 सीटें आई थी।