PATNA: बिहार विधानसभा से एनआरसी लागू नहीं करने का प्रस्ताव पास कराए जाने के बाद बीजेपी के दो बड़े नेता आमने-सामने हो गए हैं।बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी जहां नीतीश सरकार के निर्णय का स्वागत कर रहे हैं,वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के वरिष्ठ नेता और मंत्री डॉ. प्रेम कुमार सीएम नीतीश के निर्णय को पार्टी के साथ धोखा बता बता रहे हैं।
मंगलवार को जब बिहार विधानसभा में एनआरसी लागू नहीं करने का प्रस्ताव पास हुआ उसी समय से प्रेम कुमार गुस्से में हैं।सदन से बाहर निकल कर उन्होंने ऐलान कर दिया था कि बीजेपी विधायकों को अंधेरे में रखकर यह काम कराया गया।सरकार ने आनन-फानन में यह प्रस्ताव पास कराया है।उस दिन से हीं प्रेम कुमार अपने अगल अंदाज में हैं।कल गुरूवार को भी डॉ. प्रेम कुमार ने विपक्ष पर बड़ा अटैक किया।मंत्री प्रेम कुमार ने सदन में राजद पर अटैक करते हुए कहा कि हमने लालटेन राज को खत्म कर दिया।जब राजद सदस्यों ने हंगामा शुरू किया तो अकेले सदन में मोर्चा संभाले रहे।प्रेम कुमार ने विधानसभा में अतिपिछड़ा कार्ड खेलते हुए कहा कि अति पिछड़ा समाज का एक नेता सदन में मजबूती से बोल रहा तो आपलोगों को सुहा नहीं रहा।
बीजेपी कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी-प्रेम
आज एक बार फिर से कृषि मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता डॉ. प्रेम कुमार ने कहा है कि विपक्ष के दबाव में एनआरसी लागू नहीं करने का प्रस्ताव लाया गया है जिससे कार्यकर्ताओं के बीच काफी नाराजगी है.प्रेम कुमार ने कहा कि बीजेपी मोदी सरकार के फैसले को मानेगी. मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि बिना राय लिए अचानक से विपक्ष के दबाव में आकर यह प्रस्ताव लाया गया है.मंत्री प्रेमी कुमार ने कहा कि विपक्ष मेरा मालिक नहीं है, जनता ने हमें चुनकर भेजा है. इसलिए विपक्ष के दबाव में आकर कोई फैसला नहीं लिया जा सकता.
क्या कहा था सुशील मोदी ने
बिहार विधानसभा से एनआरसी लागू नहीं करने का प्रस्ताव पास होने के बाद उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने सीएम नीतीश कुमार की तारीफ़ करते हुए कहा था कि बिहार में पुराने प्रारूप पर जनगणना कराने और एनआरसी लागू करने की कोई जरूरत महसूस न करने का राज्य सरकार का रुख हमेशा साफ रहा, विधानसभा में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित होने के बाद एनडीए सरकार की मंशा पर सवाल उठा कर एक समुदाय विशेष को नागरिकता छिन जाने का काल्पनिक भय दिखाने वाले चेहरे बेनकाब हो गए हैं. सुशील मोदी ने कहा कि इस मुद्दे पर तीन बार बिहार बंद करा कर करोड़ों लोगों को मुसीबत में डालने वाले दलों को जनता से माफी मांगनी चाहिए.