पटना. बिहार का वित्त वर्ष 2022-23 का बजट 2 लाख 37 हजार 691 करोड़ 19 लाख रुपए का रहा. सोमवार को विधानसभा में उप मुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने राज्य का बजट पेश किया. पिछले साल 2 लाख 18 हजार 302 करोड़ का बजट पेश किया गया था जो इस वित्त वर्ष में बढ़कर 2 लाख 37 हजार 691 करोड़ 19 लाख रुपए हो गया. यह पिछले साल से 19 हजार 389 करोड रु अधिक का बजट है. उन्होंने कहा कि मौजूदा वर्ष में राज्य का जीडीपी 9.8 प्रतिशत होने का अनुमान है. वहीं, वित्तीय वर्ष 22-23 में राजकोषीय घाटा 25885 करोड़ अनुमानित,3.47 परशेन्ट रहने का अनुमान है.
वित्त मंत्री ने कहा कि इस समय पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है। कोरोना महामारी से प्रभावित लोगों के प्रति मेरी संवेदना है। विश्व अर्थव्यवस्था में तीन फीसदी की कमी आई है। वहीं बिहार की अर्थव्यवस्था 2.5 प्रतिशत बढ़ी। 2022-23 में विकास दर 7.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है। इस साल देश भर में बिहार सबसे ज्यादा आर्थिक वृद्धि दर प्राप्त करने वाला राज्य रहा। 8 करोड़ से ज्यादा लोगों का टीकाकरण किया गया। केंद्र ने ऋण लेने की सीमा में बढ़ोतरी की है। एससी-एसटी को योजनाओं का लाभ दिया।
2022-23 के बजट स्वास्थ्य,शिक्षा, उद्योग, कृषि, ग्रामीण को फोकस किया गया है। सकल घरेलू विकास वृद्धिदर 9.8 प्रतिशत होने का अनुमान।निर्धारित राजकोषिय घाटे का भी पालन किया है। राज्य का चतुर्दिक विकास किया जा रहा है। इस वर्ष विसाक देश में सबसे अधिक वृद्धि दर प्राप्त किया।
वित्तमंत्री तारकिशोर प्रसाद विधानसभा में अपना दूसरा बजट पेश कर रहे हैं। बजट की शुरुआत में उन्होंने कहा कि इस साल का बजट छह सूत्रों पर आधारित है। इन सूत्रों में स्वास्थ्य, शिक्षा, उद्योग, कृषि, आधारभूत संरचना और सामाजिक कल्याण है।