Patna: बिहार में राज्यसभा की एक सीट को लेकर कांग्रेस और राजद के नेता आमने-सामने हैं। कांग्रेस नेताओं ने राज्यसभा की एक सीट नहीं दिए जाने पर राजद पर धोखा देने का आरोप लगाय़ा है.कांग्रेस नेता अब खुलकर कहने लगे हैं कि तेजस्वी यादव ने धोखा दिया है।राजद द्वारा दिए गहरे जख्म से कांग्रेस के नेता कराह रहे हैं।लेकिन बैठक करने के अलावे कर भी क्या सकते हैं? राजद भी इस कमजोरी को समझ चुका है।इसीलिए राजद के नेता कह रहे हैं कि बिहार में कोई सीनियर लीडर नहीं।कांग्रेस के सीनियर लीडर सोनिया-राहुल हैं।जो कुछ भी हुआ है शीर्ष नेतृत्व की सहमति से हुआ है।
निखिल कुमार के आवास पर हुई थी बैठक
शनिवार को बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता निखिल कुमार के आवास पर बैठक थी।बैठक में राजद की तरफ से धोखा दिए जाने पर चर्चा की गई।मीटिंग के बाद निखिल कुमार ने कहा था कि राजद की तरफ से धोखा दिया गया है।राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह का बयान कि शक्ति सिंह गोहिल का पत्र फर्जी है पूरी तरह से गलत है।
आखिर कांग्रेस हीं हर बार कुर्बानी क्यों दे?
अपने वरीय नेता निखिल कुमार की नाराजगी पर पार्टी के एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा है कि वे हमारी पार्टी के सीनियर लीडर हैं.पार्टी के तमाम सीनियर लीडरों को हमारे आलाकमान से इस मुद्दे पर मुलाकात कर बात रखनी चाहिए.आखिर कांग्रेस हर बार कुर्बानी क्यों दें?कोई भी गठबंधन विश्वास और भरोसे की बुनियाद पर होती है। सम्मानजनक समझौता ही गठबंधन की बुनियाद होती है। हम समान विचारधारा वाले दलों के साथ गठबंधन चाहते हैं।लेकिन ऐसी हालात में कांग्रेस को कोई भी फैसला सोच-समझकर लेना होगा।
बिहार कांग्रेस में नहीं है कोई सीनियर लीडर
कांग्रेस की नाराजगी पर राजद के विधानपार्षद सुबोध राय ने कहा है कि बिहार में कांग्रेस का कोई सीनियर लीडर नही। कांग्रेस के सीनियर लीडर सोनिया गांधी राहुल गांधी हैं.जो भी फैसला हुआ है दोनों शीर्ष नेतृत्व की सहमति से हुआ है।जो बीजेपी के एजेंट हैं वही ऐसी बातें करते हैं।उन्होंने कहा कि हर बार राजद हीं कुर्बानी नही दे सकती।