MUNGER : बीते 15 अप्रैल को प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के मामले में जांच कर रही एसआईटी की टीम ने बड़ा खुलासा किया है। एसआईटी की माने तो माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या में मुंगेर निर्मित पिस्टल का भी इस्तेमाल हुआ था। हमलावरों से बरामद की गई तीन में से दो पिस्टलें तुर्किए में बनी थीं, जबकि तीसरी पिस्टल मुंगेर में निर्मित होने की बात कही जा रही है।
टीम का कहना है कि तीन हमलावरों में से लवली और सन्नी ने तुर्किए निर्मित जिगाना पिस्टल का इस्तेमाल किया था। हमलावर अरुण शौर्य ने मुंगेर में निर्मित पिस्टल से गोली चलाई थी। यूपी की टीम का कहना है कि तीनों हमलावरों ने 20 गोलियां चलाई थीं। इनमें से तीन गोलियां मुंगेरी पिस्टल से चली थीं। हालांकि, इसकी पुष्टि से मुंगेर पुलिस नहीं कर रही है।
हथियारों के लिए देश भर में चर्चित है मुंगेर
बिहार का मुंगेर जिला अवैध हथियारों के लिए देश भर में चर्चित है। बताया जाता है यहां छोटे पिस्टल से लेकर मुंगेर में नाइन एमएम और 0.32 बोर की पिस्टल बनती है। यूपी में पहले भी मुंगेर के हथियार से घटनाओं को अंजाम दिया गया है। वहां के बदमाशों की मुंगेरी पिस्टल पहली पसंद है। इन पिस्टलों और कारतूसों की सबसे ज्यादा खेप पूर्वांचल के अपराधियों को ही सप्लाई की जाती है। 20 हजार से 35 हजार की कीमत तक नाइन एमएम की पिस्टल आसानी से मिल जाती है।