SIWAN: शहाबुद्दीन के निधन के बाद से बिहार के सीवान जिले की चर्चा बढ़ गई है. सीवान शहाबुद्दीन का पैतृक जिला था और प्रतापपुर गांव में है उनकी हवेली. यहीं से शहाबुद्दीन का साम्राज्य चलता था और आज भी यहां के लोगों में उनके नाम का खौफ देखा जा सकता है. शहाबुद्दीन के वक्त में सीवान में कई ऐसे दर्दनाक और खौफनाक मामले देखे हैं, जिन्होंने अमानवीयता की हदें पार कर दी थी. कुछ इसी तरह के मामले को सीवान में ही दोहराया गया है, यहां एक शख्स की तेजाब डाल कर बेरहमी से हत्या कर दी गई है.
सोमवार को सिवान के जीबीनगर थाना के नथनपुरा गांव के चंवर में गांव के कुछ युवक शौच के लिए गए थे. तभी उनकी नजर एक युवक के शव पर पड़ी. युवक का शव बुरी तरह से जला हुआ था. उन लोगों ने पुलिस को सूचना दी. जिसके बाद पुलिस ने युवक का शव बरामद किया. युवक की पहचान तरवारा बाजार स्थित सरगम आर्केस्ट्रा के संचालक मंटू कुमार के रूप में हुई. जिसकी तेजाब डालकर हत्या कर अपराधियों ने शव को चंवर में फेंक दिया. इस वीभत्स घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गयी है.
जीबी नगर थाने के इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार सिंह ने कहा कि शव क पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. रिपोर्ट आने के बाद ही हत्या कैसे हुई, यह बताया जा सकता है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. इस संबंध में मंटू के कुछ करीबियों से पूछताछ कर पुलिस अपराधियों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है. पुलिस का दावा है कि जल्द ही घटना का खुलासा कर लिया जाएगा.
इस मामले से लोगों को बीच उस वक्त की याद आ गई जब साल 2004 के अगस्त महीने में शहाबुद्दीन के आदेश पर उसके गुर्गों ने दो सगे भाइयों को तेजाब से नहलाकर मार डाला था. इस खौफनाक वारदात से समूचा बिहार हिल गया था.