NALANDA: नालंदा में एक बड़ी घटना घटी है। जहां धान रोपनी का महज 10 किलो अनाज मजदूरी मांगने पर बदमाशों ने युवक को पीट पीट कर मौत के घाट उतार दिया। हत्याकांड को अंजाम देने के बाद सभी अपराधी मौके से फरार हो गए। पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है।
घटना चण्डी थाना इलाके के बहादुरपुर गांव में घटी है। मृतक की पहचान पटना जिले के दनियावां थाना इलाके के कुंडली गांव निवासी सोमर रविदास का 25 वर्षीय पुत्र उपेंद्र रविदास के रूप में की गई है। रक्षाबंधन के मौके पर वह अपने ससुराल चण्डी थाना इलाके के योगिया गांव आया हुआ था। मृतक के साला सिंकदर रविदास ने बताया कि 15 दिन पूर्व बहादुरपर गांव निवासी दिनेश महतो के खेत में दोनों मिलकर धान का रोपनी की थी। इसी के एवज में मजदूरी के तौर पर 10-10 किलो चावल देने का आश्वासन दिया था। रविवार को दोनों साले बहनोई दिनेश के घर पहुंचे और मजदूरी की मांग की, तो दिनेश और उसके सहयोगी आग-बबूला हो गए। वाद-विवाद से बात हाथापाई तक पहुंच गई। जिसके बाद दिनेश अपने सहयोगियों के साथ मिलकर उपेंद्र और सिकंदर पर टूट पड़ा। उन दोनों को लाठी-डंडे से पीटा गया। इसी बीच किसी तरह से बदमाशों के चंगुल से छूटकर उसका साला सिंकदर मौके से फरार हो कर थाने में घटना की जानकारी देने चला गया। जबकि बदमाशों ने उसके बहनोई को लाठी डंडे से मारपीट कर मौत के घाट उतारने के बाद बोरे में बंद कर मुहाने नदी में फेंक दिया।
हालांकि सूचना पर पुलिस तुंरत गांव पहुंची और बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी भी की, तब तक सभी बदमाश गांव छोड़ फरार हो गया। सोमवार की सुबह शौच करने गए ग्रामीण को बोरे पर नजर पड़ी तब इसकी सूचना थाने को दी पुलिस मौके पर पहुंच कर बोरा खोल कर देखी तो उसमें उपेंद्र की लाश थी। थानाध्यक्ष रितुराज कुमार ने बताया कि बहादुरपुर छिलका से शव बरामद किया गया है। हत्या का मामला दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।