BHAGALPUR: देश में भले ही बाल विवाह और डायन जैसी कुप्रथाओं को तिलांजलि दे दी गई हो, मगर हकीकत इससे कोसों दूर है। आज भी भारत में कई जगह बाल विवाह होते ही है, कई महिलाओं को डायन बताकर मारा पीटा जाता है और उनसे अभद्र व्यवहार किया जाता है। कई दफा तो डायन होने का लांछन लगाकर उनसे कुकृत्य किया जाता है, जो कि बेहद शर्मनाक है। भागलपुर जिले के बड़हरी गांव में भी ऐसी ही खबर आई है, जहां महिला को डायन बताकर दबंगों ने बेरहमी से मारपीट कर उसे लहूलुहान कर दिया। मां को बचाने आए उसके बेटों पर भी दबंगों ने हमला कर उन्हें घायल कर दिया।
इस मामले में पीड़िता ने गोराडीह थाने में नामजद मामला दर्ज करवाया है। महिला ने गांव के अनिल तांती, मुकेश तांती, सन्नी तांती आदि को नामजद आरोपित बनाते हुए गोराडीह थाने में केस दर्ज कराया है। पुलिस जानलेवा हमले, डायन एक्ट तथा अन्य आरोपी में केस दर्ज कर आरोपितों की तलाश में छापेमारी कर रही है। पीड़िता ने अपने बयान में घटना को लेकर बताया है कि वह घर से निकलकर बारात देखने आई थी। उस दौरान मुकेश तांती, अनिल तांती, सन्नी तांती की नजर उसपर पड़ी। उसे देखते ही वह बोलने लगे अरे डायनिया, तुम यहां क्या कर रही हो। उनलोगों ने गालियां दी और मारपीट शुरू कर दी।
घर के बाहर हल्ला सुनकर महिला के बेटे भी निकल आए और मां को इस हालत में देखकर बचाने के लिए दौड़ै। दबंगों ने उन दोनों पर भी हमला कर दिया और लाठी- डंडे से पीट-पीटकर उन्हें लहूलुहान कर दिया। इतना ही नहीं, बीच-बचाव के लिए मदद को आगे आए गांववालों को भी दबंगों ने नहीं बख्शा। घटना को लेकर बारात में भगदड़ मच गई। वह किसी तरह अपनी और बच्चों की जान बचाने वहां से भागने में सफल रही। घटना की जांच पुलिस कर रही है। पुलिस ने कहा कि डायन बताकर हमला करना या पिटाई करना गंभीर अपराध है।