पटना(Patna Crime News) : जिस कोर्ट परिसर में अपराध करनेवालों को सजा सुनाई जाती है, वहीं पर अपराधिक धंधे का काम चल रहा था। इस बात का खुलासा तब हुआ, जब जिला प्रशासन की टीम छापेमारी के लिए पहुंची। इस कार्रवाई के बाद कोर्ट परिसर में हड़कंप मच गया।
मामला पटना के सिविल कोर्ट से जुड़ा हुआ है। जहां बताया गया कि नकली स्टाम्प बेचने का लंबे समय से धंधा चल रहा था, जिसके कारण सरकार के राजस्व को चूना लगाया जा रहा था। कोर्ट परिसर में चल रहे इस धंधे की जानकारी जिला प्रशासन को मिली, जिसके बाद बुधवार को कोर्ट परिसर में छापेमारी की गई। बताया गया कि कोर्ट में बनने वाले जन्म प्रमाण पत्र के लिए नकली स्टाम्प का प्रयोग किया जा रहा था।
एडीएम ने की कार्रवाई
सिविल कोर्ट में यह कार्रवाई एडीएम के नेतृत्व में की गई। बताया गया कि इस दौरान नोटरी अधिवक्ता अरुण कुमार प्रसाद के कार्यालय में छापेमारी की गई। जहां से छापेमारी के दौरान 25 रुपए के 111 नकली स्टाम्प, 99 रुपये के तीन नकली स्टाम्प, 1 रुपए के 17 नकली स्टाम्प बरामद किया गया। इस कार्रवाई के बाद सिविल कोर्ट में नोटरी का काम करनेवाले लोगों के बीच हड़कंप मच गया। कार्रवाई में जिला प्रशासन के भी कई अधिकारी मौजूद थे। ए़़डीएम अरुण कुमार झा ने कोर्ट से नकली स्टाम्प बरामद होने की पुष्टि की है।