PATNA : गंगा नदी एवं उसकी सहायक नदियों के जल-स्तर में वृद्धि को देखते हुए जिलाधिकारी, पटना द्वारा जिला आपदा प्रबंधन तंत्र को एलर्ट कर दिया गया है। सभी अनुमंडल पदाधिकारियों, अंचल अधिकारियों एवं प्रखंड विकास पदाधिकारियों को स्थिति सामान्य होने तक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का प्रतिदिन भ्रमण करने, घाटों एवं ऐसे इलाक़ों में नियमित निगरानी करने तथा आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार सभी आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया है।
जिलाधिकारी ने कहा कि नदियों के जल-स्तर में बढ़ोतरी के कारण दियारा क्षेत्रों में पानी फैल गया है। इसको देखते हुए आज विभिन्न अंचल अधिकारियों, भूमि सुधार उप समाहर्ताओं तथा अनुमंडल पदाधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण करने एवं आवश्यकतानुसार कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया था।
अनुमंडल पदाधिकारी, दानापुर को दानापुर के दियारा क्षेत्रों; अंचल अधिकारी, मनेर एवं भूमि सुधार उप समाहर्ता, दानापुर को मनेर के दियारा क्षेत्रों; अंचल अधिकारी, पटना सदर को नकटा दियारा तथा अंचल अधिकारी, बख्तियारपुर एवं अनुमंडल पदाधिकारी, बाढ़ को बख्तियारपुर के दियारा क्षेत्रों में जाकर स्थिति का आकलन करने का निदेश दिया गया था। इन अधिकारियों को स्थानीय निवासियों से भी बात करने एवं उनकी आवश्यकताओं के बारे में जानकारी लेते हुए कार्य करने का निदेश दिया गया था।
जिलाधिकारी ने कहा कि इन सभी अधिकारियों द्वारा निर्धारित क्षेत्रों में आज जाकर लोगों से बात की गई। नदियों के जल-स्तर में वृद्धि के कारण रास्ता में पानी आ गया है तथा टोलों के बीच सम्पर्क भंग हो गया है। आवगमन हेतु नाव ही एकमात्र साधन के रूप में उपयोग किया जा रहा है। कोई भी परिवार विस्थापित नहीं है। फसल क्षति के संबंध में अधिकारियों को आकलन करने का निदेश दिया गया है। प्रावधानों के अनुसार हर कार्य किया जाएगा।
पंडारक प्रखंड के बरूआने बथोई पंचायत अंतर्गत सकरी नदी में पानी का जलस्तर बढ़ने के कारण बरुआने जमींदारी बांध का कटाव होने से ग्राम लालपुरा, चकजगमल एवम आस पास के गांव में फ्लड का पानी फैलने तथा फ्लड का पानी के कारण कुछ फसल के भी प्रभावित होने की सूचना पर उक्त जमींदारी बांध की मरम्मत करने, पानी के बहाव को रोकने की कार्रवाई के लिए आज अनुमंडल पदाधिकारी, बाढ़, कार्यपालक अभियंता, फ्लड कंट्रोल डिवीजन बख्तियारपुर के साथ साथ अंचल अधिकारी, पंडारक के साथ ग्राम बरुआनें एवम चकजगमल का स्थलीय दौरा कर कटाव का निरीक्षण किया गया। जमींदारी बांध के कटाव को रोकने हेतु कार्यपालक अभियंता, फ्लड कंट्रोल डिवीजन बख्तियारपुर को उक्त स्थल पर अविलंब सैंड बैग गिराने एवम जमींदारी बांध के कटाव को मरम्मत करने तथा पानी को रोकने की दिशा में आवश्यक करवाई करने का निर्देश दिया गया है। वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है।
निबंधित नावों का प्रयोग करने की अनुमति
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी अंचल अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि आवश्यकता पड़ने पर निबंधित/एकरारनामा किए गए नावों का ही उपयोग सभी आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था के साथ करेंगे। हर हाल में निर्धारित मानकों यथा नाव की लोड कैपेसिटी, नाव के साथ प्रशिक्षित गोताखोर की प्रतिनियुक्ति इत्यादि का अनुपालन करेंगे। संबंधित क्षेत्र के लिए हल्का कर्मचारी को इस कार्य के पर्यवेक्षण हेतु तैनात करने का निदेश दिया गया है।
सभी अंचलाधिकारियों को यह भी निर्देश दिया गया है कि खतरनाक घाटों पर लाल रंग का कपड़ा लगा दें ताकि उस क्षेत्र में कोई व्यक्ति स्नान करने न जाए। खतरनाक घाटों पर आवश्यकता के अनुसार चौकीदारों एवं पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति रखने का निदेश दिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि अंचलाधिकारियों एवं थानाध्यक्षों को इस कार्य का संयुक्त रूप से पर्यवेक्षण करने का निदेश दिया गया है ताकि कोई दुर्घटना न हो।
जिलाधिकारी ने कहा कि बाढ़ प्रमंडल, पटना के सभी कार्यपालक अभियंताओं को उनके-उनके क्षेत्राधीन सभी तटबंधों एवं स्लूइस गेटों की सतत निगरानी करने तथा आवश्यकता पड़ने पर एसओपी के अनुसार सभी आवश्यक कार्रवाई करने का निदेश दिया गया है।
सभी नगर कार्यपालक पदाधिकारियों को संभावित जल-जमाव को देखते हुए संप हाउस का पुनः निरीक्षण करने एवं आवश्यक कार्रवाई करने का निदेश दिया गया है। पटना नगर निगम क्षेत्र में जल-जमाव की समस्या आने पर हेल्पलाईन 155304 एवं व्हाट्सएप चैटबोट 9264447449 पर (Hi लिखकर) सूचना दी जा सकती है। प्रशासन एवं नगर निगम के अधिकारियों द्वारा हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी।
जल-स्तर में वृद्धि तथा नदी की धारा तेज होने के कारण स्कूल के बच्चों तथा शिक्षकों के जीवन एवं स्वास्थ्य पर खतरा को देखते हुए शिक्षा विभाग द्वारा निर्धारित मापदंडों का पालन करते हुए दियारा क्षेत्रों में 07 प्रखंडों के 76 विद्यालयों को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है। इन प्रखंडों में पटना सदर, मोकामा, फतुहा, दानापुर, बख्तियारपुर, बाढ़ एवं अथमलगोला शामिल है।
जिलाधिकारी ने कहा कि आम जनता को परेशान होने की कोई आवश्यकता नहीं है। बाढ़ एवं जल-जमाव से निपटने हेतु जिला प्रशासन, पटना पूरी तरह तैयार है। जिला आपदा प्रबंधन कोषांग 24*7 सक्रिय है। नदियों के जल-स्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है।
गाँधी घाट पर गंगा का जल-स्तर आज सवेरे डेंजर लेवल से लगभग 1 मीटर 22 सेंटीमीटर अधिक था। जल-स्तर में अभी वृद्धि की प्रवृति है। प्रयागराज में जल-स्तर में स्थिरता जबकि वाराणसी में घटने की प्रवृति है। बक्सर में भी गंगा का जल-स्तर घट रहा है। इसको देखते हुए आने वाले दिनों में पटना में भी गंगा नदी के जल-स्तर में घटने की प्रवृति दिखाई पडे़गी।
जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी प्रकार की सूचना जिला आपातकालीन संचालन केन्द्र में क्रियाशील जिला-स्तरीय नियंत्रण कक्ष की दूरभाष संख्या 0612-2210118 पर दी जा सकती है। प्रशासन द्वारा त्वरित कार्रवाई की जाएगी। अनुमंडल पदाधिकारियों एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों का स्थिति पर लगातार नजर रखने, कार्यों का पर्यवेक्षण करने तथा एसओपी के सभी प्रावधानों का अनुपालन सुनिश्चित कराने का निदेश दिया गया है।