बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

देवघर रोपवे दुर्घटना से सतर्क हुई बिहार सरकार, राजगीर और बांका में रोपवे का होगा मुआयना, 6 नए रोपवे बनवा रही है नीतीश सरकार

देवघर रोपवे दुर्घटना से सतर्क हुई बिहार सरकार, राजगीर और बांका में रोपवे का होगा मुआयना, 6 नए रोपवे बनवा रही है नीतीश सरकार

पटना. झारखंड में देवघर रोपवे दुर्घटना के बाद केंद्र सरकार ने सभी राज्यों से सभी रोपवे का सिक्योरिटी ऑडिट करने को कहा है. केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने इस संबंध में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखा है. पत्र में कहा गया है कि ऐसी आपात स्थितियों से निपटने के लिए सभी मानक संचालन प्रक्रियाएं (SOP) लागू करें. वहीं देवघर हादसे से सबक लेते हुए बिहार सरकार भी अलर्ट हो गई है. बिहार राज्य पर्यटन विभाग ने सूबे में संचालित राजगीर और बांका के रोपवे का मुआयना करने और नियमित रखरखाव में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतने का निर्देश दिया है. हालांकि विभाग के सूत्रों का कहना है कि राजगीर और बांका के मंदार पर्वत पर स्थित रोपवे का नियमित रूप से रखरखाव किया जाता है. बिना जांच के इसे पर्यटकों के इस्तेमाल के लिए शुरू नहीं किया जाता है. बावजूद इसके देवघर हादसा सभी के लिए सबक है और ऐसी घटनाओं की पुनरावृति न हो इसके लिए सतर्क रहने की आवश्यकता है. 

दरअसल बिहार में अगले कुछ वर्षों में 6 नए रोपवे बनाने की तैयारी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जब पिछले साल सितंबर 2021 में बांका में रोपवे का शुभारम्भ किया था तब इसकी जानकारी दी थी. उन्होंने कहा था कि राजगीर के बाद राज्य में बांका में दूसरा रोपवे बना है. भविष्य में जहानाबाद में बराबर की गुफाओं, कैमूर में मां मुंडेश्वरी धाम व रोहतासगढ़ के अलावा गया जिले के डुगेश्वरी, ब्रह्मयोनि पर्वत और प्रेतशिला पर रोप-वे के निर्माण की योजना है. मुख्यमंत्री ने इसे पर्यटन विकास की दिशा में बड़ी योजना बताते हुए कहा था कि 6 नए रोपवे बनने से राज्य की स्थिति समृद्ध होगी, खुशहाली आएगी. हालांकि देवघर हादसा से सबक लेते हुए अब इस पर भी ध्यान देने की जरूरत होगी कि जो नए रोपवे बनें उनकी सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाए. 

वहीं केंद्र सरकार की ओर से गृह सचिव अजय भल्ला ने अपने पत्र में कहा है कि हर रोपवे परियोजना के लिए एक मेंटेनेंस मैनुअल और प्रोग्राम होना चाहिए, ताकि सुरक्षा व्यवसथा मानक के अनुरूप हो। उन्होंने कहा कि रोपवे का संचालन करने वाली संस्था को मेंटेनेंस प्रोग्राम के तहत की गईं सभी गतिविधियों का रिकॉर्ड रखना चाहिए। राज्य सरकार को प्रत्येक रोपवे परियोजना का सुरक्षा ऑडिट करने के लिए एक अनुभवी और योग्य कंपनी या संगठन को नियुक्त करना चाहिए। इसके अलावा रोपवे का संचालन करने वाली इकाई को ऑडिट में सामने आए सभी मुद्दों से निपटना चाहिए।

गृह सचिव ने कहा कि रोपवे परियोजनाओं के ऑपरेशन और मेंटेनेंस के लिए निर्धारित बीआईएस मानकों का पालन किया जाना चाहिए।  इस संबंध में नेशनल हाईवे एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर कॉर्पोरेशन लिमिटेड से मदद ली जा सकती है। यह कॉर्पोरेशन भारत सरकार के सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय का नोडल संगठन है। भल्ला ने राज्यों को सभी रोपवे प्रोजेक्ट्स की समीक्षा करने, इनका आकस्मिक निरीक्षण और ऑडिट करने का निर्देश दिया। 

गृह सचिव का यह पत्र देवघर में रविवार शाम हुए हादसे के बाद आया है।  इस हादसे में दो केबल कारों के आपस में टकराने के बाद रोपवे बंद हो गया था। करीब 100 फीट की ऊंचाई पर कई केबल कारों में 59 लोग करीब 46 घंटे तक फंसे रहे। एयरफोर्स ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर 55 लोगों को बचा लिया, लेकिन 4 लोगों की जान चली गई। 

Suggested News