अवैध बालू खनन पर बिहार सरकार सख्त, मंत्री बोले- 6 महीने में 4780 लोगों पर हुई FIR, रिक्त पड़े पदों को भी भरा गया

पटना. राज्य में अवैध बालू खनन पर सरकार सख्त है। इसकी जानकारी देते हुए खनन एवं भूतत्व मंत्री जनक राम ने बतया कि बड़ी सख्या में अवैध बालू खनन करने वालों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है। साथ ही विभाग के अधिकारियों और कर्मियों ने वाहन और बालू जब्त किया है। उन्होंने कहा कि विभाग में जो रक्तियां थी, उससे भी भर दी गयी है।
मंत्री ने बताया कि जनवरी से जून तक पूरे बिहार में 4780 प्राथमिकी दर्ज की गई है। सबसे अधिक 1029 एफआईआर सारण जिले में दर्ज हुई है। इसके बाद रोहतास में 981 एफआईआर दर्ज हुई है। इस अवधी में विभाग के कर्मियों ने 97 पोकलेन, 45 जेसीबी, 149 हाइवा समेत कई बड़ी संख्या में वाहन जब्त किया है।
मंत्री ने बताया कि जनवरी से जून तक रोहतास में 25 लाख 70 हजार 621 सीएफटी, सारण में 16 लाख 32 हजार 265 सीएफटी, गया में 17 लाख 25 हजार 574 सीएफटी, औरंगाबाद में 6 लाख 78 हजार 675 सीएफटी और भोजपुर में 3 लाख 43 हजार 225 सीएफटी अवैध बालू बरामत किया है।
उन्होंने कहा कि पहले खनीज विकास पदाधिकारी के पद रिक्त थे, कई पदाधिकारियों पर एक से अधिक जिले की जिम्मेदारी दी गई थी। लेकिन, हमने तत्काल 20 खनीज विकास पदाधिकारी की नियुक्ति की। आज ख़ुशी की बात है कि BPSC के द्वारा 92 माइनिंग इंस्पेक्टर के पदों पर रिजल्ट घोषित किया गया है। जल्द ही सभी अधिकारी अपने-अपने जिलों में नियुक्त हो जाएंगे।