पटना : लॉकडाउन में ढील तो मिल गई. बसें भी चलने लगी लेकिन इसके बावजूद भी बस मालिकों की परेशानी घटने का नाम नहीं ले रही हैं. बस मालिकों की माने तो आमदनी तो दूर खर्च भी नहीं निकल पा रहा है.
जानकारी के मुताबिक यात्रियों के आने के इंतजार में बसें अपने निर्धारित समय से खुल भी नहीं पा रही है.यात्री नहीं मिलने की वजह से मीठापुर बस स्टैंड में 1000 के सापेक्ष 200 से 250 बसें ही फिलहाल रोज चल रही हैं. ऐसे में बस मालिकों को बैंक किस्त हो या स्टैंड का शुल्क, चुकाना मुश्किल होता जा रहा है. जो बसें खुल भी रही हैं वो आधी खाली जा रही हैं.
बालाजी ट्रैवल्स के मालिक चंदन कुमार के अनुसार उनकी 25 फीसदी बसें ही खुल रही हैं. इतना भी फायदा नहीं कि बस की बैंक किस्त भी दी जा सके. बस ऑपरेटर कंफेडरेशन ऑफ बिहार मीठापुर के बैनर तले परिवहन विभाग को पत्र लिखा गया है.
उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दौरान बंद अवधि में तिमाही का र्ज माफ करने, आगामी छह माह के लिए टैक्स फिटनेस, बीमा, किस्त, टोल टैक्स व अन्य रियायत की मांग की गई थी.