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बिहार के बक्सर में भूख से दो बच्चों की मौत ! सरकार की योजनाओं पर उठे सवाल

बिहार के बक्सर में भूख से दो बच्चों की मौत ! सरकार की योजनाओं पर उठे सवाल

BUXAR : बिहार में भूख से मौत की दहला देने वाली खबर सामने आयी है। खबर बक्सर जिले के कोरानसराय से है, जहां दो बच्चों की मौत का कारण भूख को बताया गया है। जहां सरकार गरीबों के लिए इतनी योजनाएं चला रही हैं वहां भूख से किसी की मौत हो जाना अपने आप में चौंकानेवाली बात है। 

अन्नपूर्णा योजना हो या फिर अंत्योदय योजना सभी गरीबों को अनाज उपलब्ध कराने से जुड़ी योजनाएं हैं। वहां पर भूख से दो बच्चों की मौत हो जाए तो यह सरकार के मुंह पर एक करारा तमाचा है। ऐसा लगता है कि योजनाएं केवल फाइलों में सिमट कर रह गयी हैं। धरातल पर सब हवाहवाई बातें हैं और कुछ नहीं। 

बिहार के विकास के मुंह पर कालिख पोतने वाली ये तस्वीर बक्सर जिला मुख्यालय से मात्र 35 किलोमीटर दूर कोरानसराय थाना के मुसहरी टोला की है। जहां एक परिवार के दो बच्चों की भूख से मौत हो गयी। इस परिवार के लोग बार -बार अधिकारियों से विनती करते रहे, लेकिन कोई भी ऐसा नहीं मिला जो इनकी आंखों के आंसू पोंछ सके। अंततः इस गरीब के एक 3 साल की बेटी रक्षा बंधन के समय तो 5 साल का बेटा रक्षा बंधन के बाद ही भूख से तड़पते हुए दम तोड़ दिया। 

मिली जानकारी के अनुसार कोरानसराय थाना क्षेत्र में लगभग दो महीना पहले एक सड़क दुर्घटना के दौरान स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर दिया था। पुलिस अपनी विफलता को छिपाने के लिए पीड़ित परिवार के कमाने वाले दोनों व्यक्ति समेत 25 लोगों को जेल में डाल देती है। जाम करने वाले लोगों ने तो पैसा के बल पर अपनी जमानत करा ली, लेकिन गरीबी की जंजीर ने जेल के अंदर ही नहीं बाहर भी इस तरह से पीड़ित परिवार को जकड़ रखा है कि जमानत कराना तो दूर भूख दो बच्चों की मौत हो गयी।

मीडिया में मामला उजागर होता देख इलाके के डीलर ने आनन फानन में 20 KG चावल, 20 KG गेहूं पीड़ित परिवार के घर भिजवाया लेकिन तबतक काफी देर हो चुकी थी। इधर, इस पूरे मामले पर कोई भी सरकारी अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।   अब मृत दोनों बच्चों की मां गुहार लगा रही है कि कोई उसके पति को जेल से निकलवा दे ताकि जीवित दो बच्चों की जिंदगी सही से चल सके और उन्हें भूख से तड़प-तड़पकर अपनी जान न गंवानी पड़े। 

 बक्सर से संजय उपाध्याय की रिपोर्ट

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