PATNA: सुनने में आया है कि ...साहब जो चीज सरकार बंद करा चुकी है उसके भी शौकीन हैं,साथ हीं साथ शबाब के भी उतने हीं .जी हां बता देते हैं कि पटना के एक डीएसपी साहब सूरा के साथ-साथ सुंदरी के भी जबर्दस्त रूप से शौकीन हैं। ड्यूटी तो बजाते हीं हैं, साथ हीं साथ अपने शौक को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ते।
सरकारी कर्तव्य पथ पर चक्कर लगा लेने के बाद शौक को पूरा करने के लिए सरकारी अमला छोड़कर निकल लेते हैं.मतलब ड्यूटी अपनी जगह और शौक अपनी जगह...जैसे-जैसे रात की उम्र बढ़ती है साहब का शौक भी परवान चढ़ते चला जाता है।गाड़ी और बॉडीगार्ड को परित्याग कर भोग के संसार में डूबकी लगाने के लिए गोपनीय जगह पर निकल जाते हैं.
कहा जाता है कि साहब अपना सादा लिबास भी गाड़ी में ही लेकर चलते हैं और मौका मिलते हीं मिट्टी के रंग वाला ड्रेस बदलकर रंगीन वेश में अपने को परिवर्तित कर लेते हैं.यह मजबूरी नहीं है साहब,यह शौक है।पुराने जमाने के राजे-महाराजाओं ने शौक पूरी करने के लिए क्या-क्या नहीं किया....फिर साहब का शौक जुदा थोड़े हीं है।
साहब को अंधेरी रात में सड़कों से लेकर गलियों तक ओला से घूमना पसंद है।सबकुछ फिनिश होने के बाद रात गहराते हीं किसी पॉइंट पर गाड़ी आ जाती है घर पहुंचाने के लिए।लेकिन जरा रूकिए जनाब...साहब के इस शौक की जानकारी मुख्यालय में बैठे बड़े साहबों को भी हो गई है।एक बड़े साहब ने अपने सूत्रों से कई जानकारी भी इकट्ठा कर ली है,लेकिन इंतजार है पुख्ता सबूतों का।किसी भी दिन डीएसपी साहब की कारगुजारियों का कच्चा चिट्ठा खुल सकता है।
पुलिस डायरी..............अगली कड़ी का इंतजार कीजिए....