PATNA: बिहार की जेलों में बंद कैदियों को गांधी जी की जीवनी से संबंधित पुस्तकों का वाचन कराई जा रही है। इसकी शुरूआत आज यानि सोमवार से हो गई है जो लगातार एक महीने तक चलेगी। कारा विभाग ने सूबे के सभी जेलों में महात्मा गांधी की जीवनी से संबंधित पुस्तकें-एक था मोहन एवं बापू की पाती पढाये जाने का निर्देश दिया है।
बिहार के जेलों में आज से इसकी शुरूआत हो गई है। कैदियों के बीच महात्मा गांधी की जीवनी से जुड़ी किताबों को अगले एक महीने तक पढ़ाई जायेंगी। कारा विभाग ने सभी जेल अधीक्षकों को निर्देश दिया था कि सभी अधीक्षक शिक्षा विभाग से गांधी की जीवनी से संबंधित पुस्तकें एक था मोहन और बापू की पाती की दो-दो प्रति ले लें।उसके बाद उन किताबों को कैदियों के बीच वाचन कराई जाये।
इसका मकसद यह है कि जेल में बंद कैदी महात्मा गांधी के जीवन के बारे में जान सकें और उनसे प्रेरणा ले सकें।अगर 10 फीसदी लोग भी महात्मा गांधी की जीवनी पढ़-सुनकर हिंसा का रास्ता छोड देंगे तो यह काफी होगा।