Patna: बिहार विधानसभा चुनाव में सीएम नीतीश से रार लेने वाले चिराग पासवान ने अपना असली दांव खेल दिया है. कार्यकर्ताओं और बिहार कि जनता के नाम खुला खत लिख इस बात का जिक्र किया कि सीएम नीतीश को वोट देने का मतलब अपने बच्चें को पलायन करने पर मजबूर करने जैसा है.
सांसद चिराग पासवान ने अपने पत्र में लिखा है पापा का अंश हूं कभी भी परिस्थितियों से हार नहीं मानूंगा और ना ही किसी भी कीमत पर ‘‘बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट‘‘ की सोच को मिटने दूंगा. यह फैसला बिहार पर राज करने के लिए नहीं बल्कि नाज करने के लिए लिया गया है.
पापा ने मुझे हमेशा कहा है कि कभी भी अकेले चलने से मत घबराना, अगर रास्ता और मकसद ठीक होगा तो लाखों लोग तुम्हारे साथ आएँगे. पापा-मम्मी और आप सभी के आशीर्वाद से अभी लम्बा सफर तय करना है अभी और अनुभव लेना है. बिहार राज्य के इतिहास का ये बड़ा निर्णायक क्षण है. 12 करोड़ बिहारियों के जीवन मरण का प्रश्न है क्योंकि अब हमारे पास खोने के लिए और समय नहीं है. जे॰डी॰यू॰ के प्रत्याशी को दिया गया एक भी वोट कल आपके बच्चे को पलायन करने पर मजबूर करेगा.
लोक जनशक्ति पार्टी की राह आसान नहीं है लेकिन हम लड़ेंगे और जीतेंगे भी. मुझे आशा है कि मेरी ईमानदारी, मेहनत, निष्ठा व संकल्प को देख आप सभी अपना आशीर्वाद लोक जनशक्ति पार्टी के प्रत्याशियों को देंगे ताकि बिहार को फर्स्ट बनाया जा सके. मैं पार्टी के सभी नेता व कार्यकर्ताओं से अपील करता हूँ कि पार्टी के साथ मजबूती से खड़े रहें और पार्टी के सिंबल पर लड़ रहे उम्मीदवार को जिताने में पूरी ताकत झोक दें.