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CM नीतीश के सुशासन राज में परिवहन विभाग में बड़ा खेल,आरोपी MVI की जांच वाली फाइल दबा दी गई !....

CM नीतीश के सुशासन राज में परिवहन विभाग में बड़ा खेल,आरोपी MVI की जांच वाली फाइल दबा दी गई !....

PATNA: बिहार के सुशासन राज में कायदे-कानून को तोड़ने वालों को बचाने के लिए परिवहन विभाग किसी भी हद तक जा सकता है। चहेतों की मनाचाही पोस्टिंग के लिए नियमों को तार-तार करने की बात कोई नई नहीं है और न ही भ्रष्ट अफसरों को पनाह देने की बात कोई पहली और अंतिम है। 2 दिन पहले ही परिवहन विभाग को अपने चहेते एमवीआई को मालदार जगह पर पोस्टिंग के लिए खुद के आदेश को पलटते देर नहीं लगी।तो दूसरी तरफ एक गड़बड़ करने वाले एमवीआई के लिए पूरे सिस्टम का सरेंडर होना सुशासन राज की पोल खोलने के लिए काफी है। नीतीश कुमार के सुशासन राज में यह सबकुछ खुलेआम हो रहा,बावजूद जिम्मेदार लोग चादर तान सोये हैं.पूरे मसले पर जिम्मेदार अफसर बोलने या जवाब देने को तैयार नहीं।

एमवीआई राकेश रंजन-दिव्य प्रकाश की सेटिंग जबरदस्त

परिवहन विभाग में वैसे तो कईयों की सेटिंग है लेकिन 2 एमवीआई की सेटिंग चर्चा की विषय बन गई है. मुजफ्फरपुर के एमवीआई रहे जो वर्तमान में कैमूर में पदस्थापित हैं दिव्य प्रकाश और  एक दूसरे मोटरयान निरीक्षक राकेश रंजन की वजह से परिवहन विभाग पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।परिवहन विभाग में सेटिंग की चर्चा ऊपर तक भी पहुंच गई है कि किस तरीके से खास को सेट करने की चाल चली गई है।

बता दें कि समस्तीपुर में पदस्थापित एमवीआई राकेश रंजन को गोपालगंज ट्रांसफर किया था।लेकिन वे साहब वहां नहीं गए।परिवहन विभाग ने अब उन्हें नए जिला में पदस्थापित किया है,साथ ही एक जिला गिप्ट में भी दे दिया।यानि अब वे 2 जिलों का काम संभालेंगे।विभाग की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि राकेश रंजन अब गोपालगंज नही बल्कि रोहतास में पदस्थापित होंगे,साथ ही बक्सर जिला इनके अतिरिक्त प्रभार में रहेगा। जानकार बताते हैं कि इसके पीछे का खेल बहुत बड़ा है।इस खेल का लिंक ऊपर तक सीधा जुड़ा है।इसी वजह से खास एमवीआई को यह सुविधा दी गई है।

परिवहन विभाग में एमवीआई दिव्य प्रकाश का गुनाह माफ!

मुजफ्फरपुर जिले के मोटरयान निरीक्षक यानि एमवीआई रहे दिव्य प्रकाश जो अब अब कैमूर जिले में पदस्थापित हैं उनके आगे पूरे सिस्टम ने सरेंडर कर दिया है।यूं कहें कि एक इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी[MVI} के आगे परिवहन मंत्री से लेकर सचिव तक पूरी तरह से किंकर्तव्यविमुढ़  हो गए हैं।यह बात उस समय साबित हो गई थी जब पिछले साल मुजफ्फऱपुर में फर्जीवाडा किए एमवीआई दिव्य प्रकाश पर कार्रवाई से संबंधित सवाल किया गया था तो परिवहन सचिव और मंत्री को सांप सुंध गई थी। बड़ी हिम्मत जुटा मंत्री और सचिव ने कार्रवाई करने के आदेश दिए थे।लेकिन 2019 से 2020 का भी 6 महीना गुजर गए। उस जांच का क्या हुआ किसी को पता नहीं चला। सचिव के आदेश के बाद फाइल बढ़ी लेकिन वो फाइल रास्ते में अटका दी गई। न्यूज4नेशन ने इस पर एक बार फिर से परिवहन विभाग से जानकारी मांगी लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।आखिर जवाब मिले भी तो क्या....कार्रवाई हुई रहती तब तो. जानकार बताते हैं कि एमवीआई दिव्य प्रकाश के खिलाफ जांच की फाइल बढ़ी उसके बाद सेटिंग का खेल हुआ और फाइल को डंप करा दिया गया।

न्यूज4नेशन ने किया था खुलासा 

न्यूज4नेशन ने पिछले साल खुलासा किया था कि किस तरह मुजफ्फरपुर के मोटरयान निरीक्षक (MVI) रहे दिव्य प्रकाश ने  सारे नियमों की अनदेखी कर पुलिस द्वारा जब्त कर थाने में रखे ट्रकों का फिटनेस सर्टिफिकेट जारी कर दिया। बता दें कि दिव्य प्रकाश ने ऐसे ट्रकों का फिटनेस सर्टिफिकेट जारी कर दिया था जिसे मोतिहारी जिले के रक्सौल और दूसरी गाड़ी को हरसिद्धि थाने ने जब्त कर रखा था। MVI साहब दिव्य प्रकाश ने गाड़ी संख्या BR06G 2467 का फिटनेस सर्टिफिकेट पुलिस द्वारा जब्त किए जाने के बाद जारी किया। रक्सौल पुलिस ने जिस ट्रक को 1 अगस्त 2018 को जब्त किया, मुजफ्फरपुर MVI ने उसके दो दिन बाद यानी 3 अगस्त 2018 को उसी ट्रक का फिटनेस दे दिया। वही दूसरे ट्रक जो हरसिद्धि थाने ने जब्त कर रखा था उस गाड़ी को भी एमवीआई नें मुजफ्फरपुर में बैठे-बैठे फिटनेस का सर्टिफिकेट दे दिया।

खबर चलने के बाद शुरू हुई थी जांच

यह खबर दिखाए जाने के बाद परिवहन विभाग के प्रशासनिक हलकों में खलबली मच गयी थी। एक एमवीआई के चलते पूरे विभाग की किरकिरी हो रही थी, लिहाजा आरोपी अधिकारी के खिलाफ जांच के आदेश भी दिए गए।तिरहुत कमिश्नर के साथ-साथ सचिवालय स्थित परिवहन विभाग के दफ्तर में भी जांच की फाइल बढने लगी। लेकिन इतने समय बीतने के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई।

क्या था पूरा मामला

दरअसल ये मामला मुजफ्फरपुर के मोटरयान निरीक्षक (MVI) दिव्य प्रकाश से जुड़ा है। MVI  ने सारे नियमों की अनदेखी कर एक ऐसे ट्रक का फिटनेस सर्टिफिकेट जारी कर दिया जिसे मोतिहारी जिले के रक्सौल थाने ने 1 अगस्त 2018 से ही जब्त कर रखा है। MVI साहब दिव्य प्रकाश ने गाड़ी संख्या BR06G 2467 का फिटनेस सर्टिफिकेट पुलिस द्वारा जब्त किए जाने के बाद जारी किया। रक्सौल पुलिस ने जिस ट्रक को 1 अगस्त 2018 को जब्त किया, मुजफ्फरपुर MVI ने उसके दो दिन बाद यानी 3 अगस्त 2018 को उसी ट्रक का फिटनेस दे दिया।

दरअसल मोतिहारी के रक्सौल थाना क्षेत्र में उस ट्रक ने 1 अगस्त 2018 की शाम एक व्यक्ति को रौंद दिया था, जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी थी। घटना के बाद रक्सौल पुलिस ने उस ट्रक को जब्त कर लिया था। लेकिन अपनी रिपोर्ट में MVI  ने लिखा है कि मैंने मुजफ्फरपुर में 3 अगस्त को ही उस गाड़ी की जांच की है और जांच में गाड़ी फिट पायी गयी। इसलिए उस वाहन का फिटनेस सर्टिफिकेट जारी किया जाता है। 

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