बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

बिहार के परिवहन विभाग में ट्रांसफर-पोस्टिंग का बड़ा खेल! 'खास' को मालदार जगह पर सेट करने के लिए खुद के आदेश को पलट दिया

बिहार के परिवहन विभाग में ट्रांसफर-पोस्टिंग का बड़ा खेल! 'खास' को मालदार जगह पर सेट करने के लिए खुद के आदेश को पलट दिया

PATNA: बिहार में जून महीने के अँतिम दिन सरकारी अधिकारियों के बड़े स्तर पर तबादले किए गए हैं।30 जून की देर रात परिवहन विभाग में भी कई परिवहन पदाधिकारी और मोटर यान निरीक्षकों का ट्रांसफर किया गया है।परिवहन विभाग की तरफ से किए गए ट्रांसफर पर अब सवाल उठने लगे हैं।खास एमवीआई को खास जगह पर पोस्टिंग के लिए परिवहन विभाग ने अपनी ही आदेश को बदल दिया। जानिए पूरा मामला...

परिवहन विभाग में खास का खेल

परिवहन विभाग में जून महीने में दो लॉट में तबादले किए गए हैं।पहला स्थानांतरण आर्डर 20 जून को जारी हुआ जबकि दूसरा आदेश 30 जून को। 20 जून को परिवहन विभाग ने 10 मोटरयान निरीक्षकों का  ट्रांसफर किया जबकि 3 एमवीआई को अतिरिक्त प्रभार दिया गया। यानि कुल 13 एमवीआई को लेकर आदेश जारी किया गया।उसके बाद एक बार फिर से 30 जून को 4 एमवीआई का स्थानांतरण आदेश जारी किया गया है।इस स्थानांतरण आदेश में वे मोटरयान निरीक्षक भी हैं जिन्हें 20 जून को ट्रांसफऱ किया गया था।मंगलवार को जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि 20 जून के आदेश में आंशिक संशोधन किया गया है और इन एमवीआई को अब इन जिलों में पदस्थापित किया जाता है।हालांकि आंशिक संशोधन किस वजह से किए गए हैं इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।

जानिए क्यों उठ रहे सवाल

बता दें कि परिवहन विभाग ने 20 जून के अपने स्थानांतरण आदेश में समस्तीपुर में पदस्थापित एमवीआई राकेश रंजन को गोपालगंज ट्रांसफर किया था।लेकिन ये साहब वहां नहीं गए।परिवहन विभाग ने अब उन्हें नए जिला में पदस्थापित किया है,साथ ही एक जिला गिप्ट में भी दे दिया।यानि अब वे 2 जिलों का काम संभालेंगे।विभाग की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि राकेश रंजन अब गोपालगंज नही बल्कि रोहतास में पदस्थापित होंगे,साथ ही बक्सर जिला इनके अतिरिक्त प्रभार में रहेगा।इस वजह से रोहतास में पदस्थापित किए गए सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी को अब वहां से हटाकर समस्तीपुर में पदस्थापित किया गया है।जानकार बताते हैं कि इसके पीछे का खेल बहुत बड़ा है।इस खेल का लिंक ऊपर तक सीधा जुड़ा है।इसी वजह से खास एमवीआई को यह सुविधा दी गई है। वहीं विनोद कुमार को पटना में पदस्थापित किया गया जबकि सुनील कुमार सिंह को गोपालगंज का अतिरिक्त प्रभार दिया गया। परिवहन विभाग के इस आदेश में ही अघोषित जवाब है कि आखिर राकेश रंजन को गोपालगंज क्यों नहीं रखा गया...। गोपालंगज में एमवीआई की पदस्थापन नहीं की गई बल्कि अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.

आदेश बदलने के मायने क्या हैं?

हालांकि परिवहन विभाग में इस तरह का खेल कोई नई बात नहीं।पहले भी इस तरह के खेल होते रहे हैं।लेकिन इस बार जिस तरीके से परिवन विभाग ने अपने आदेश में बदलाव किया है उससे अब यह सवाल उठा कि आखिर क्या मजबूरी रही कि गोपालगंज भेजे गए एमवीआई अब दूसरा जिला दिया गया,साथ ही एक जिला अतिरिक्त भी गिफ्ट में दिया गया।आखिर गोपालगंज जाने में एमवीआई की क्या मजबूरी थी?क्या परिवहन विभाग किसी एमवीआई की मर्जी से चलती है? क्या विभाग में ट्रांसफर-पोस्टिंग में बड़े स्तर पर खेल होता है?आखिर एमवीआई पर विभाग इतना मेहरबान क्यों है? इसका जवाब परिवहन विभाग के मंत्री को देना चाहिए?

परिवहन  विभाग द्वारा मोटर यान निरीक्षकों के किए गए ट्रांसफर पर अब गंभीर सवाल खड़े हुए हैं।आखिर ऐसा क्यों किया गया इसका जवाब किसी के पास नहीं है।न्यूज4नेशन ने इस पर परिवहन मंत्री संतोष निराला से बात करने की कोशिश की लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई. 





  


Suggested News