PATNA: आज जनता कर्फ्यू है। कोरोना के खिलाफ जंग शुरू है ।लेकिन बिहार के लिए अब बड़ा खतरा आने वाला है। वह भी खतरा अपने लोगों से जो कोरोना प्रभावित शहरों से अपने घर लौट रहे हैं ।जी हां चार विशेष ट्रेनों से मुंबई से यात्री लौट रहे हैं। हालांकि पटना में बसों के चलने पर रोक लगा दी गई है ।बड़ा सवाल यह है कि जो कोरोना प्रभावित शहरों से बिहार लौट रहे हैं क्या सारे लोगों की सरकार स्क्रीनिंग करवा पाएगी या फिर नहीं? अगर कोई कोरोना प्रभावित व्यक्ति गांव चला जाता है या फिर रूरल एरिया में चला जाता है तो फिर क्या होगा?
ट्रेनों से आने वाले लोगों की होगी स्क्रीनिंग
देश कोरोना वायरस के संकट से जूझ रहा है ।संक्रमण से बचाव के लिए सरकार से लेकर समाज तक आगे आ चुका है ।प्रधानमंत्री ने कहा है कि जो जहां हैं वहीं ठहर जाए कोरोना खुद-ब-खुद भाग जाएगा ।
लेकिन हमारे बिहार के लिए जो बड़ा संकट आने वाला है वह यह है कि लोग कोरोना प्रभावित शहरों से अपने घर वापस आ रहे हैं ।हालांकि बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग के द्वारा यह कहा गया है कि विशेष ट्रेनों से मुंबई से लौटने वाले यात्रियों की पटना पहुंचने से पहले स्क्रीनिंग की जाएगी। लेकिन देखने वाली बात यह होगी कि क्या वाकई उनकी स्क्रीनिंग हो पाती है। क्योंकि बिहार राज्य की जनसंख्या 12 करोड़ से ऊपर है। अगर इन परिस्थितियों के कम्युनिटी इंफेक्शन फैलता है तो उसे रोकना मुश्किल होगा। यह एक बड़ी चिंता का विषय है।
हालांकि राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने चिंता जताते हुए कहा है कि कोरोना वायरस मानव जाति के लिये खतरा है अतः लोगों से अपील है कि वह जनता कर्फ्यू में साथ दें और जो जिस शहर में हैं वही ठहर जाएं।