DELHI : दिल्ली में सोमवार को
राहुल गांधी के साथ बिहार कांग्रेस के नेताओं की बैठक हुई। बिहार कांग्रेस के
प्रभारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने बताया कि बैठक में संगठन को मजबूत करने पर विस्तार
से चर्चा हुई। सांसदों, विधायकों, पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्षों और अन्य
नेताओं ने राहुल गांधी से एक एक कर बात की। उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष के सामने
अपने मन की बातें कहीं। इसके अलावा कौकब कादरी ने नीतीश कुमार की राजनीतिक
संभवनाओं पर भी अपनी राय जाहिर की।
बैठक में एकमत से राय उभरी कि बिहार में कांग्रेस के लिए अपार संभावनाएं हैं।
कांग्रेस अपने पुराने जनाधार को फिर से पा सकती है। बिहार समेत देश के अन्य
राज्य़ों में राहुल गांधी के प्रति लोगों का आकर्षण बढ़ा है। बिहार में इस स्थिति
का फायदा उठाया जाएगा।
कौकब कादरी के मुताबिक बिहार में पार्टी के संगठन को मजबूत करने के लिए प्रदेश
प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल और दो प्रभारी सचिव लगातार काम कर रहे हैं। बिहार प्रदेश
कांग्रेस कमेटी अपने पुराने जनाधार को पाने के लिए जनसम्पर्क अभियान चला रही है।
अब तक संगटन में जो काम हुआ है उसके मुताबिक कांग्रेस बिहार में एक नयी ऊंचाई को
प्राप्त करेगी।
कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने रविवार को कहा था कि अगर नीतीश
कुमार भाजपा का साथ छोड़ने का फैसला करते हैं तो उनको महागठबंधन में शामिल करने पर
विचार किया जा सकता है। इस मुद्दे पर कादरी ने कहा कि जो भी फैसला करना है, वो
नीतीश कुमार को करना है। हम साथ में चुनाव लड़े थे। लेकिन वे अलग हो कर भाजपा के
साथ चले गये। केन्द्र में उनके सहयोगी दल की सरकार है फिर भी वे विशेष राज्य की
मांग कर रहे हैं। जब आपको अपनी ही सरकार से मांग करनी पड़े तो इसका कोई मतलब नहीं
है। ये मांग बेमानी है।