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लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस टेस्ट में पूछे जाएंगे कुल 10 सवाल,बिहार में शुरु हुई आॉनलाइन टेस्ट की व्यवस्था

लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस टेस्ट में पूछे जाएंगे कुल 10 सवाल,बिहार में शुरु हुई आॉनलाइन टेस्ट की व्यवस्था

PATNA: सभी जिलों में  ऑनलाइन लर्निंग लाइसेंस टेस्ट एवं हैंडहेल्ड डिवाइस से ई चालान की शुरुआत हो गई है।शुक्रवार को विशवेशरैया भवन में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये परिवहन विभाग के मंत्री संतोष कुमार निराला ने किया।मंत्री संतोष कुमार निराला ने कहा कि विभाग व्यवस्था में सुधार एवं सुविधा बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं को लागू कर रही है। जिला परिवहन कार्यालयों को कंप्यूटराइज्ड करते हुए तकनीकी रुप से सुदृढ़ किया गया है। 

पटना सहित सभी जिलों में शुरु हुई आॉनलाइन लर्निंग लाइसेंस टेस्ट की व्यवस्था

परिवहन सचिव ी संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि सभी वाहन चालकों को सड़क सुरक्षा व यातायात से संबंधित नियमों की जानकारी हो इसके लिए लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस के लिए अब आॅनलाइन टेस्ट की प्रक्रिया शुरु की गई है। इसे पटना सहित अन्य जिलों में शुरु की गई है। आॅनलाइन टेस्ट में पास होने के बाद ही आवेदकों को लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस जारी किया जायेगा। 

तैयार किया गया है क्वेशचन माॅडल बैंक

परिवहन विभाग ने इसके लिए क्वेशचन माॅडल बैंक भी तैयार किया है जो परिवहन विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध है। कुल 300 प्रश्न डाले गए हैं।यातायात नियमों की जानकारी के अभाव में अक्सर वाहन चालक नियमों का उल्लंघन करते हैं, जिससे आये दिन सड़क दुर्घटनाएं होती है। वाहन चालकों को यातायात के नियमों की जानकारी होना जरुरी है। यातायात नियमों की बेसिक नॉलेज होनी चाहिये।

टेस्ट में आने के लिए मिलेगा ऑनलाइन टाइम स्लाॅट

लर्निंग लाइसेंस के आवेदकों को संबंधित जिले के जिला परिवहन कार्यालय में एक निश्चित तिथि को आॅनलाइन टेस्ट के लिए बुलाया जायेगा। आॅनलाइन टेस्ट के लिए घर बैठे ही आवेदक सुविधानुसार टाइम स्लाॅट की बुकिंग कर सकेंगे। लर्निंग लाइसेंस के आवेदक जिला परिवहन कार्यालय में आकर कंप्यूटर पर आॅनलाइन टेस्ट देंगे। 

ऑनलाइन टेस्ट में पूछे जाएंगे कुल 10 सवाल

लर्निंग लाइसेंस बनाने के लिए कंप्यूटर पर बैठकर आॅनलाइन टेस्ट पास करना होगा। सड़क सुरक्षा/यातायात नियमों से संबंधित कुल दस सवालों का टेस्ट होगा।  आवेदक हिंदी व अंग्रेजी दोनों भाषा में टेस्ट दे सकेंगे। आवेदक को पास करने के लिए कम से कम 6 सवालों का सही जवाब देना होगा। जो आवेदक असफल होंगे उन्हें एक सप्ताह बाद दोबारा टेस्ट क्वाॅलीफाई करने के लिए तीन मौके दिए जायेंगे। इस टेस्ट को पास करने वाले आवेदक के पास लाइसेंस उनके घर पर स्पीड पोस्ट से पहुंच जाएगा। 

अभी है यह व्यवस्था

लाइसेंस बनाने के लिए आवेदक द्वारा अभी ऑनलाइन आवेदन करने के बाद फोटो खींचकर लर्निंग लाइसेंस जारी किया जाता है। लर्निंग लाइसेंस जारी होने के एक माह के बाद परमानेंट लाइसेंस के लिए अप्लाई करना होता है। तब फिजिकल टेस्ट यानि वाहन चलाकर टेस्ट देना होता है। इसमें पास होन पर परमानेंट लाइसेंस जारी कर दिया जाता है। 

ऑनलाइन टेस्ट के फायदे

- वाहन चालकों में यातायात नियमों से संबंधित जानकारी में वृद्धि 

- ड्राइविंग लाइसेंस की प्रक्रिया में पारदर्शिता

- आवेदकों को जिला परिवहन कार्यालय में समय की बचत

- लाइसेंस बनाने में फर्जीवाडे पर लगाम

- टेस्ट के लिए अपनी सुविधानुसार टाइम स्लाॅट की बुकिंग

- टाइम स्लाॅट बुकिंग कर अपनी सुविधानुसार तिथि एवं समय निर्धारित कर टेस्ट दे सकते हैं या इसे री शिड्यूल कर सकते हैं।

हैंडहेल्ड डिवाइस से ई चालान के फायदे

- हैंडहेल्ड डिवाइस में गाड़ी या चेसिस का नंबर डालते ही वाहन व वाहन चालक से संबंधित कागजात की जानकारी मिल जाएगी।

- वाहन चेकिंग के दौरान दोबारा पकड़े जाने पर आॅटोमेटिक पकड़ में आ जाएंगे वाहन चालक

- ई-चालान कटते ही वाहन मालिक के पास चला जाएगा एसएमएस।

- जुर्माने की राशि आॅन स्पाॅट डेबिट या क्रेडिट कार्ड से जमा कर सकते हैं।

- वाहन जांच में कपड़े गए और भाग गए तब भी जुर्माना देने से नहीं बच सकेंगे उल्लंघनकर्ता।

- उल्लंघनकर्ताओं व वाहन के फोटो लेने की भी है डिवाइस में व्यवस्था।


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