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बिहार में तेजी से फैल रही है नपुंसकता, तलाक के पीछे का बन रहा है प्रमुख कारण

बिहार में तेजी से फैल रही है नपुंसकता, तलाक के पीछे का बन रहा है प्रमुख कारण

डेस्क...एक रिसर्च के मुताबिक बिहार में करीब 10 प्रतिशत लोग नपुंसकता की समस्या से जूझ रहे हैं. इनमें अकेले 60 प्रतिशत लोग शहरी इलाकों के शामिल हैं. ये खबर चौकाने वाली है पर सत्य है आप को बता दें भारत में तलाक के पीछे नपुंसकता सबसे बड़े कारण के रूप में सामने आई है, एक ताजा अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ  है अध्ययन में कहा गया है कि भारत में 20 से 30 फीसदी तक तलाक संतोषप्रद यौन जीवन की चाहत में होते हैं. 

भारत में `अल्फा वन एंड्रोलॉजी ग्रुप` तथा पुरुषों की यौन समस्याओं का समाधान करने वाले चिकित्सकों ने सम्मिलित रूप से यह अध्ययन किया है. इसके अंतर्गत इरेक्टाइल डिस्फंक्शन या  नपुंसकता से पीड़ित लगभग 2,500 भारतीय पुरुषों पर अध्ययन किया गया. अध्ययन में 40 की आयु के बाद 50 फीसदी पुरुषों में स्तंभन दोष की शिकायत पाई गई, तथा 40 की आयु से पहले इससे 10 फीसदी पुरुष प्रभावित पाए गए. 

एक अध्यन से  स्तंभन दोष से पीड़ित 2,500 पुरुषों पर किए गए अध्ययन में पाया गया कि शारीरिक स्वास्थ्य के कारण प्रत्येक पांच में से एक पुरुष का तलाक हो गया तथा प्रत्येक 10 में से एक पुरुष का वैवाहिक जीवन टूटने के कगार पर पहुंच गया. अध्ययन के अनुसार अन्य रोगों की अपेक्षा नपुंसकता के बारे में लोगों की समझ बहुत खराब है तथा इसे गलत तरीके से हैंडल किया जाता है, परिणामत: वैवाहिक संबंध टूट जाते हैं.अध्ययन के अनुसार विवाहित जोड़े वर्ष में औसतन 58 बार या सप्ताह में एक या थोड़ा अधिक बार सेक्स संबंध बनाते हैं. 

जनिये नपुंसकता के प्रमुख कारण

  • पॉर्न मूवी है बड़ी वजह- एक रिसर्च में पाया गया है पॉर्न देखने के बाद हस्तमैथुन करने की लत पुरुषों में बढ़ जाती है. नतीजा यह आदत नपुंसक बनाने की ओर ढकेल देती है.
  • अधिक हस्तमैथुन करना
  • मानसिक चिंता
  • दुर्घटना
  • होर्मोन्स में कमी
  • शराब, धूम्रमान और मधुमेह
  • 30 की उम्र के बाद शादी- रिसर्च बताता है 20 से 30 साल की उम्र वाले युवाओं में यह समस्या अधिक है. वहीं 30 से 40 साल की उम्र वाली महिलाओं में नपुंसकता की समस्या देखने को मिलती है. इसका बड़ा कारण अधिक उम्र में महिलाओं की शादी करना है.

अपनाये आसन तरीके नहीं होगा तलाक

  • योग के माध्यम से इलाज:- इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या को दूर करने के लिए उत्तान आसन, बद्धकोण आसन, धनुरासन और पश्चिमोत्तासन लाभदायक हैं.
  • शतावरी से मिलेगा लाभ:- इरेक्टाइट डिस्फंक्शन की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप इसे सब्जी या स्मूदी के रूप में भी खा सकते हैं। यह आपके स्वास्थ्य के लिए सक्रिय रूप से लाभदायक साबित होगी.
  • काली मूसली:- वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार काली मूसली में स्पर्मैटोजेनिक गुण पाया जाता हैइस कारण से यदि आप काली मूसली का सेवन करते हैं तो इससे भी इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का उपचार करने में काफी मदद मिलेगी.
  • पोर्न देखना बंद करें:- रोगी को अपना ध्यान कामोत्तेजक विचारों से हटाकर रचनात्मक कार्यों में लगाना चाहिए. पेट रोग होने पर उसको ठीक करें. नशे का पूर्ण निषेध. सरल तथा पौष्टिक आहार लें. 
  • मोबाइल फ़ोन को जेब में न रखें:- मोबाइल पर हुए एक अध्यन में ये बात साबित हुई है की जेब में मोबाइल रखने के कारण फ़ोन के रेडिएशन से शुक्राणु मरते जा रहे है और लोग नपुंसक हो रहे है.
  • सेक्सोलोगिस्ट से मिले:- अगर आपकी समस्या स्ट्रेस, लाइफस्टाइल या इमोशन से जुड़ी है तो इसके इलाका के लिए आपको सेक्स एक्सपर्ट से मिलकर सेक्स थेरपी या बिहेवियरल थेरपी लेने की जरूरत पड़ सकती है. बहुत से डॉक्टर इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के इलाज के लिए वायग्रा जैसी दवाइयों का सेवन करने की सलाह भी देते हैं. इन दवाओं के सेवन से प्राइवेट पार्ट में ब्लड का फ्लो बढ़ जाता है और इरेक्शन की समस्या खत्म हो जाती है.




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